नमस्कार दोस्तों, टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले खिलाड़ी अभी तक कौन से हैं, इसके बारे में बात करते हैं। इस सूची में सबसे पहला नाम आता वीरेंद्र सहवाग का। वीरेंद्र सहवाग ने 104 टेस्ट मैचों में 91 छक्के लगाए हैं। वे अपनी खतरनाक बल्लेबाजी के लिए प्रसिद्ध हैं और उनके छक्के हमेशा दर्शकों के दिलों में बस जाते।
महेंद्र सिंह धोनी ने 90 टेस्ट मैच में 78 छक्के लगाए
दूसरे स्थान पर है महेंद्र सिंह धोनी, जिन्होंने 90 टेस्ट मैच खेले और 78 छक्के लगाए। धोनी को उनकी शानदार कैप्टेन्सी और ठोस बल्लेबाजी के लिए जाना जाता। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को अनेक महत्वपूर्ण जीत दिलाई है और उनके छक्के हमेशा दर्शकों को मजा देते हैं, महेंद्र सिंह धोनी ने 90 टेस्ट मैच में 78 छक्के लगाए।
रोहित शर्मा ने आज तक 56 टेस्ट मैच में 77 छक्के लगाए
तीसरे स्थान पर है रोहित शर्मा, जिन्होंने 56 टेस्ट मैच खेले और लगभग 77 छक्के लगाए। रोहित को उनकी स्थिरता और बल्लेबाजी की क्षमता के लिए जाना जाता, जिससे उन्होंने अनेक मैचों को अपने नाम किया है। रोहित शर्मा आज की तारीख में टीम इंडिया के नंबर वन खिलाड़ियों में गिने जाते, रोहित शर्मा ने आज तक 56 टेस्ट मैच में 77 छक्के लगाए।
सचिन तेंदुलकर ने आज तक 200 टेस्ट मैच में 69 छक्के लगाए
चौथे स्थान पर है सचिन तेंदुलकर, जिन्होंने 200 टेस्ट मैच खेले और 69 छक्के लगाए। सचिन को भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ियों में से एक माना जाता है और उनके बल्लेबाजी का जादू किसी से कम नहीं। सचिन तेंदुलकर ने भी क्रिकेट के इतिहास में काफी सारे रिकॉर्ड अपने नाम किए हुए है, सचिन तेंदुलकर ने आज तक 200 टेस्ट मैच में 69 छक्के लगाए।
कपिल देव ने आज तक 31 टेस्ट मैच में 61 छक्के लगाए
पांचवें नंबर पर नाम आता है कपिल देव का नाम और कपिल देव ने मात्र 31 टेस्ट मैच में 61 छक्के लगाए। कपिल देव आज की तारीख में इस बात को भी लेकर चर्चा में रहते कि टीम इंडिया के कप्तान होने के बाद उन्होंने टीम इंडिया को वर्ल्ड कप जिताया था, कपिल देव ने आज तक 31 टेस्ट मैच में 61 छक्के लगाए।
टेस्ट मैच में खेले हुए महान खिलाड़ियों के नाम
ये थे कुछ ऐसे खिलाड़ी जो टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा छक्के लगाने में महारत हैं। ये छक्के न केवल उनके खेल का हिस्सा, बल्कि उनके जादूगरी बल्लेबाजी का प्रमाण भी हैं। आखरी में हम यही कहना चाहते की सभी खिलाड़ी अपनी अपनी जगह पर समय आने पर एकदम सही पारी खेलते हैं। इनमें से कुछ खिलाड़ी में हमें फर्क भी देखने को मिलता है। कुछ खिलाड़ी ऐसे जिनके अंदर काफी ज्यादा स्टैमिना देखने को मिलता वहीं कुछ ऐसे भी है जिनके अंदर बाकी सबके मुकाबले थोड़ा कम स्टैमिना देखने को मिलता है।