क्रिकेट जगत में दिग्गज बल्लेबाज गौतम गंभीर के वापसी से कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) फ्रेंचाइजी में आईपीएल 2024 सीजन से पहले ही उत्साह और उम्मीदों का माहौल बन गया है। गंभीर पहले केकेआर की कप्तानी कर चुके हैं और उनकी अगुवाई में ही टीम ने अपने दोनों आईपीएल खिताब जीते थे। अब मेंटर के तौर पर वापसी करने के बाद, केकेआर प्रबंधन उनसे काफी उम्मीदें लगाए हुए हैं।
गंभीर ऐसे क्रिकेटर हैं जो हमेशा व्यक्तिगत उपलब्धियों की अपेक्षा टीम की सफलता को ज्यादा महत्व देते आए हैं। उनके लिए टीम का हित ही सर्वोपरि रहा है। इसी वजह से उन्होंने कप्तान के तौर पर केकेआर को दो बार आईपीएल खिताब दिलाया था। अब मेंटर की भूमिका में आते हुए, उनसे टीम के युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने और उन्हें सही दिशा देने की उम्मीद की जा रही है।
गंभीर का क्रिकेट के प्रति समर्पण और जुनून अद्वितीय है। वह हमेशा अपने खिलाड़ियों से पूरी लगन और मेहनत की अपेक्षा रखते हैं। उनका मानना है कि सिर्फ प्रतिभा ही पर्याप्त नहीं होती बल्कि खिलाड़ी को पसीना बहाना भी आवश्यक है। इसी सोच के साथ वह केकेआर के साथ जुड़े हैं और टीम को एक बार फिर चैम्पियन बनाने का लक्ष्य रखेंगे।
गंभीर की मौजूदगी से न सिर्फ केकेआर टीम को लाभ मिलेगा बल्कि पूरे आईपीएल को भी। वह अपने अनुभव और ज्ञान से युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेंगे और उन्हें बेहतर क्रिकेटर बनने में मदद करेंगे। उनका रवैया और नेतृत्व क्षमता केकेआर के लिए एक बड़ी ताकत साबित होगी।
गंभीर के वापसी से केकेआर प्रशंसकों में भी जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। वे उम्मीद कर रहे हैं कि गंभीर की मार्गदर्शन में टीम एक बार फिर शीर्ष पर पहुंचेगी और ट्रॉफी अपने नाम करेगी। हालांकि सभी जानते हैं कि यह आसान नहीं होगा, लेकिन गंभीर की मौजूदगी से उन्हें पूरा भरोसा है कि केकेआर को इस बार किसी भी मुश्किल से निपटने की ताकत मिलेगी।
असली ‘टीम मैन’ कौन है
कोलकाता पहुंचने के बाद एक बातचीत में, 2011 विश्व कप विजेता ने पूर्व केकेआर स्टार रयान टेन डोएशेट को ‘महानतम टीम मैन’ बताया, जिन्हें वे कभी देख पाए हैं। गंभीर ने क्रिकेट में बहुत से ‘टीम मैन’ के साथ खेला है – चाहे वह धोनी हों, सचिन तेंदुलकर या विराट कोहली। लेकिन उनके लिए नीदरलैंड के पूर्व बल्लेबाज़ रयान ही असली ‘टीम मैन’ हैं।
गंभीर ने क्या कहा
गंभीर ने कहा, “जब मैं निस्वार्थता की बात करता हूं, तो मैंने अपने 42 साल के करियर में यह कभी नहीं कहा। लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि महानतम टीम मैन, सबसे निस्वार्थ इंसान, जिसके लिए मैं गोली खा सकता हूं, जिस पर मैं लाइफ ट्रस्ट कर सकता हूं, वह हैं रयान टेन डोएशेट। 2011 में जब मैं केकेआर का कप्तान बना, तो हमारे पास सिर्फ चार विदेशी खिलाड़ी थे। रयान ने ओडीआई विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन उस मैच में हमने सिर्फ तीन विदेशी खिलाड़ियों को खिलाया। रयान उस मैच में पानी पिला रहे थे और उनके चेहरे पर कोई निराशा नहीं थी। उन्होंने मुझे निस्वार्थता सिखाई।”
केकेआर को क्रेडिट दिया
इस इवेंट के दौरान गंभीर ने कहा, “मैंने केकेआर को सफल नहीं बनाया, बल्कि केकेआर ने मुझे एक सफल लीडर बनाया।”
गंभीर के इन शब्दों से साफ है कि वह टीम के लिए खेलने वालों को ज्यादा महत्व देते हैं। रयान टेन डोएशेट उनके लिए एक मिसाल हैं। ऐसे खिलाड़ी ही किसी टीम को सफल बनाते हैं। केकेआर को उम्मीद है कि गंभीर के मार्गदर्शन में टीम एक बार फिर ऐसे ही खिलाड़ियों से भरपूर होगी।