आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स ने भले ही निराशाजनक प्रदर्शन किया हो, लेकिन सीज़न का आखिरी मैच गुजरात टाइटंस के खिलाफ टीम ने 83 रनों से जीतकर अपने फैंस को एक यादगार पल ज़रूर दिया। ये मुकाबला सिर्फ जीत के लिए नहीं बल्कि एक खास पल के लिए भी याद किया जाएगा – जब माही मैदान पर गुस्से में दिखे।
10वें ओवर में बढ़ा तनाव
मैच के दौरान 10वां ओवर काफी महंगा साबित हुआ। शिवम दुबे की गेंदों पर साई सुदर्शन और शाहरुख़ खान ने 18 रन कूट दिए। लगातार बाउंड्रीज और तेज़ होती साझेदारी ने माहौल गरमा दिया। ओवर खत्म होते ही धोनी का चेहरा गुस्से से तमतमाया दिखा – उनकी रणनीति पर ध्यान न देने से वो बेहद नाराज़ थे।
आदेशों की अनदेखी पर भड़के माही
धोनी खासतौर पर शिवम दुबे और पथिराना से खफा नज़र आए। उनका गुस्सा इस बात पर था कि फील्डिंग में जो बदलाव उन्होंने मांगे थे, उन्हें नजरअंदाज किया गया। धोनी के चेहरे के हावभाव ही सब कुछ बयान कर रहे थे – उन्होंने जो सोचा था, उस पर टीम का साथ ना देना उन्हें खल गया।
11वें ओवर में आई असली चाल
इसके बाद माही ने तुरंत चाल बदली। गेंद जडेजा को सौंपी गई और फील्डिंग में जरूरी बदलाव किए गए। धोनी की प्लानिंग इस बार बिलकुल सटीक साबित हुई – जडेजा की पहली ही गेंद पर शाहरुख़ खान आउट हो गए, और कैच पकड़ा पथिराना ने – ठीक उसी पोजीशन पर जहां धोनी चाहते थे।
माही – कप्तान नहीं, शतरंज के मास्टर
इस पूरी घटना ने एक बार फिर साबित किया कि धोनी मैदान पर सिर्फ एक कप्तान नहीं, बल्कि एक सोचने वाला मास्टरमाइंड हैं। वो मैच को शतरंज की तरह खेलते हैं – हर मूव का मतलब होता है, और हर छोटी बात पर नजर होती है।
मैच के बाद धोनी का बयान
मैच के बाद धोनी ने अपने गुस्से या उस खास पल पर कुछ नहीं कहा, लेकिन उन्होंने यह ज़रूर माना कि इस जीत से सीज़न का अंत बेहतर हुआ। उन्होंने कहा कि फील्डिंग और कैचिंग अच्छी रही, और उन्होंने भीड़ के समर्थन की तारीफ की।
अपने भविष्य को लेकर उन्होंने फिर से वही बात दोहराई – “अभी मेरे पास 4-5 महीने हैं सोचने के लिए। हर साल फिटनेस पर ज्यादा मेहनत लगती है। यह प्रोफेशनल क्रिकेट है, हर बार बेस्ट देना पड़ता है।”
क्या यह था धोनी का आखिरी मैच?
भले ही उन्होंने संन्यास की बात नहीं कही, लेकिन उनके शब्दों से यह ज़रूर झलकता है कि फैसला लेने का समय नज़दीक है। और अगर यह उनका आखिरी मैच था, तो वो हमेशा की तरह स्टाइल में विदा हुए – एक चाल, एक गुस्सा और एक जीत के साथ।
FAQs
धोनी क्यों गुस्से में थे?
शिवम दुबे और पथिराना ने उनकी रणनीति नहीं मानी थी।
शाहरुख खान का विकेट कैसे गिरा?
जडेजा की गेंद पर पथिराना ने कैच लपका।
धोनी ने क्या कहा मैच के बाद?
टीम की फील्डिंग और जीत से संतुष्ट दिखे।
धोनी का अगला सीज़न खेलने का क्या प्लान है?
उन्होंने कहा – 4-5 महीने में फैसला लेंगे।
धोनी क्यों हर साल खेलने से पहले सोचते हैं?
क्योंकि हर साल फिट रहने में ज्यादा मेहनत लगती है।