IPL 2025 में LSG और RCB के मुकाबले के दौरान एक रन-आउट विवाद ने सबका ध्यान खींचा। ये मामला तब सामने आया जब LSG के युवा गेंदबाज़ दिग्वेश राठी ने नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन-आउट करने की कोशिश की। हालांकि अंपायर ने इस अपील को नियमों के तहत अवैध करार दे दिया और बाद में कप्तान ऋषभ पंत ने खुद ही अपील वापस ले ली।
जहां कई लोगों ने पंत की खेल भावना की तारीफ की, वहीं टीम इंडिया के सीनियर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन इस पूरे घटनाक्रम से बिल्कुल भी खुश नहीं दिखे।
अश्विन को क्यों लगी आपत्ति?
अपने शो ‘Ash ki Baat’ में अश्विन ने खुले तौर पर कहा कि कप्तान का काम अपने गेंदबाज़ का साथ देना होता है, न कि उसे सबके सामने शर्मिंदा करना। उन्होंने कहा कि अपील वापस लेने का फैसला कैमरे के सामने लेना, एक युवा खिलाड़ी के लिए मानसिक चोट जैसा हो सकता है।
अश्विन के मुताबिक ये फैसला ड्रेसिंग रूम में पहले ही तय हो जाना चाहिए था। मैदान पर इस तरह का फैसला एक युवा गेंदबाज़ के आत्मविश्वास को हिला सकता है।
“अब दिग्वेश दोबारा ऐसा नहीं करेगा”
अश्विन ने चिंता जताई कि इस घटना के बाद दिग्वेश जैसे युवा गेंदबाज़ अब आगे ऐसा कदम उठाने से डरेंगे। उन्होंने कहा कि अगर बल्लेबाज़ क्रीज़ छोड़कर एडवांटेज ले रहा है, तो गेंदबाज़ को भी उसे आउट करने का पूरा अधिकार होना चाहिए।
उनका मानना है कि क्रिकेट में गेंदबाज़ों को हमेशा “विलेन” बना दिया जाता है, चाहे नियम उनके पक्ष में ही क्यों न हों। उन्होंने ये भी साफ किया कि दिग्वेश उनके जानने वाले नहीं हैं, लेकिन इस मुद्दे पर समर्थन करना ज़रूरी है।
“क्या कोई बल्लेबाज़ के साथ ऐसा होता?”
अश्विन ने सवाल उठाया कि क्या किसी बल्लेबाज़ को कभी इसी तरह पब्लिकली अपमानित किया जाता है? उन्होंने कहा कि ऐसा सिर्फ गेंदबाज़ों के साथ ही क्यों होता है। उनका मानना है कि भावनाओं से ऊपर उठकर नियमों की इज्जत करनी चाहिए।
एक बार फिर ‘मांकडिंग’ पर बहस
अश्विन के इस बयान के बाद एक बार फिर क्रिकेट में ‘मांकडिंग’ बनाम ‘स्पोर्ट्समैनशिप’ की बहस गरमा गई है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर नियम गेंदबाज़ के पक्ष में हैं तो उसे इस्तेमाल करने से कोई क्यों रोके?
FAQs
दिग्वेश राठी ने किसे आउट करने की कोशिश की?
उन्होंने जितेश शर्मा को नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट करने की कोशिश की।
ऋषभ पंत ने अपील क्यों वापस ली?
उन्होंने खेल भावना के तहत अपील वापस ले ली।
अश्विन ने इस फैसले पर क्या कहा?
उन्होंने कहा इससे गेंदबाज़ को अपमानित किया गया।
क्या रन आउट नियम के तहत वैध था?
नहीं, क्योंकि गेंदबाज़ डिलीवरी स्ट्राइड पूरा कर चुका था।
अश्विन का संदेश क्या था?
कप्तान को अपने खिलाड़ी का साथ देना चाहिए, न कि उसे छोटा दिखाना।