एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का पहला टेस्ट भारत के लिए किसी झटके से कम नहीं रहा। इंग्लैंड ने चौथी पारी में 371 रन बनाकर मैच जीत लिया और सीरीज़ में 1-0 की बढ़त ले ली। ये इंग्लैंड की टेस्ट इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी रन चेज़ थी।
मैच के बाद बल्लेबाज़ शुभमन गिल ने ईमानदारी से हार की वजहों पर बात की और बताया कि कहां-कहां टीम से चूक हुई।
टारगेट था 430+ का
गिल ने साफ कहा कि टीम का इरादा इंग्लैंड को 430-435 रनों का टारगेट देने का था। लेकिन दूसरी पारी में एक बार फिर निचले क्रम की बल्लेबाज़ी लड़खड़ा गई और भारत सिर्फ 364 रन तक ही पहुंच सका।
उन्होंने कहा, “हम कल यही सोच रहे थे कि इंग्लैंड को 430-435 का टारगेट देंगे और फिर डिक्लेयर करेंगे। लेकिन हमारी आखिरी छह विकेट सिर्फ 31 रन पर गिर गईं। ये किसी भी टेस्ट टीम के लिए चिंता की बात है।”
फील्डिंग में मौके गंवाना पड़ा भारी
इस मैच में भारत ने कुल सात कैच छोड़े, जिनमें से दो तो इंग्लैंड की जीत वाली पारी में थे। खासतौर पर बेन डकेट को दो बार जीवनदान मिला और उन्होंने उसका पूरा फायदा उठाते हुए 149 रन बना दिए।
गिल ने माना कि इतने बड़े लक्ष्य को रोकने के लिए फील्डिंग में कोई चूक नहीं होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा, “जब विकेट धीमा हो और गेंदबाज़ों को मदद कम मिल रही हो, तब हर कैच की अहमियत बढ़ जाती है।”
दोनों पारियों में एक जैसी कहानी
पहली पारी में भारत ने आखिरी सात विकेट सिर्फ 41 रन पर खोए और दूसरी पारी में आखिरी छह विकेट 31 रन पर। ये ट्रेंड टीम के लिए एक वॉर्निंग है।
गिल ने कहा, “जब आप मैदान में होते हो तो सब बहुत जल्दी होता है। लेकिन ये चीज़ें हमें अगले चार टेस्ट में सुधारनी होंगी। हम बार-बार ऐसी गलतियाँ नहीं कर सकते।”
जडेजा की गेंदबाज़ी और चूके मौके
रविंद्र जडेजा को आखिरी दिन थोड़ा टर्न मिल रहा था लेकिन वो सिर्फ एक विकेट ले पाए। उन्होंने 24 ओवर में 104 रन दिए और बेन स्टोक्स को आउट किया।
गिल ने उनका बचाव करते हुए कहा, “जडेजा ने अच्छी गेंदबाज़ी की, मौके भी बनाए लेकिन कुछ कैच छूटे। जैसे कि एक कैच ऋषभ पंत को दिखा ही नहीं। यह सब खेल का हिस्सा है।”
युवा टीम, सीखने का मौका
गिल ने कहा कि टीम में अभी भी कई युवा चेहरे हैं और ये दौर सीखने का है।
“हमारे कई प्लेयर पहली बार इंग्लैंड जैसी टीम के खिलाफ इतना बड़ा टेस्ट खेल रहे हैं। ये अनुभव जरूरी है और उम्मीद है हम अगले मैचों में अपनी गलतियों को सुधार पाएंगे।”
इस हार से भारतीय टीम को कई सबक जरूर मिले हैं – खासकर कि कैसे पारी को आगे बढ़ाना है और फील्डिंग के मौकों को कैसे भुनाना है। सीरीज़ अभी लंबी है और टीम के पास वापसी का पूरा मौका है।
FAQs
भारत का लक्ष्य कितना था?
भारत इंग्लैंड को 430-435 रन का लक्ष्य देना चाहता था।
बेन डकेट ने कितने रन बनाए?
बेन डकेट ने 149 रन की पारी खेली।
भारत ने कितने कैच छोड़े?
भारत ने कुल सात कैच छोड़े, दो अंतिम पारी में।
जडेजा ने कितने विकेट लिए?
रविंद्र जडेजा ने 1 विकेट लिया।
भारत की दोनों पारियों में क्या हुआ?
भारत ने पहली पारी में 7 और दूसरी में 6 विकेट जल्दी गंवाए।