चौथे टेस्ट में ऋषभ पंत को पैर में चोट लगने के बाद इंजरी सब्स्टीट्यूट को लेकर एक नई बहस शुरू हो गई है। जहां भारतीय कोच गौतम गंभीर ने एक नया सुझाव दिया, वहीं इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने इस पर सख्त विरोध जताया।
गंभीर का तर्क
गंभीर ने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी गंभीर रूप से चोटिल हो और अंपायर्स व मैच रेफरी भी मानें कि वो आगे नहीं खेल सकता, तो टीम को सब्स्टीट्यूट का विकल्प मिलना चाहिए। उनका मानना है कि इतनी अहम टेस्ट सीरीज़ में अगर कोई टीम 10 खिलाड़ियों से खेले तो वो नाइंसाफी होगी।
पूरे खिलाड़ी का विकल्प
गंभीर चाहते हैं कि टीम को अधिकार मिले कि वो एक समान स्किल वाला खिलाड़ी मैदान पर उतार सके — यानी अगर विकेटकीपर चोटिल है तो दूसरा विकेटकीपर या अगर ऑलराउंडर है तो वैसा ही सब्स्टीट्यूट।
स्टोक्स का गुस्सा
बेन स्टोक्स ने इस सुझाव को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “ये पूरी तरह बकवास है। अगर ऐसा नियम आ गया तो टीमें इसका फायदा उठाना शुरू कर देंगी। हर कोई MRI में कुछ न कुछ निकाल लेगा और नया प्लेयर बुला लेगा।”
खेल की भावना की बात
स्टोक्स ने साफ कहा कि सिर्फ कन्कशन सब्स्टीट्यूट जायज़ है क्योंकि वो सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। बाकी चोटों के लिए ऐसा कोई नियम नहीं होना चाहिए क्योंकि चोट तो खेल का हिस्सा है।
ह्यूमर के साथ विरोध
स्टोक्स ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा कि अगर मैं खुद MRI करा लूं और कहूं मुझे दर्द है, तो मैं बाहर बैठ जाऊं और मेरी जगह कोई नया खिलाड़ी अंदर आ जाए — ऐसा नहीं होना चाहिए।
ICC की ट्रायल योजना
दिलचस्प बात ये है कि ICC ने अक्टूबर 2025 से घरेलू क्रिकेट में इंजरी सब्स्टीट्यूट का ट्रायल करने की योजना बनाई है। फिलहाल सिर्फ कन्कशन और कोविड जैसे मामलों में सब्स्टीट्यूट की इजाज़त है।
पंत की मिसाल
ऋषभ पंत का मामला इस बहस का केंद्र बन गया है। उन्होंने चोट के बावजूद बल्लेबाज़ी की लेकिन विकेटकीपिंग नहीं कर सके। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या फील्डिंग या बॉलिंग नहीं कर पाने पर टीम को सब्स्टीट्यूट मिलना चाहिए?
दो राय, एक मुद्दा
गंभीर जहां खिलाड़ी की सुरक्षा और टीम संतुलन की बात कर रहे हैं, वहीं स्टोक्स खेल की नैतिकता और नियमों की सख्ती पर ज़ोर दे रहे हैं। ये बहस अभी और लंबी चल सकती है।
FAQs
गंभीर ने किस नियम की मांग की?
उन्होंने इंजरी सब्स्टीट्यूट को लागू करने की मांग की।
बेन स्टोक्स का क्या कहना है?
स्टोक्स ने इस नियम को पूरी तरह खारिज किया।
कब से ट्रायल होंगे इस नियम के?
ICC अक्टूबर 2025 से घरेलू क्रिकेट में ट्रायल शुरू करेगा।
अभी कौनसे सब्स्टीट्यूट की अनुमति है?
सिर्फ कन्कशन और कोविड मामलों में।
ऋषभ पंत को क्या चोट लगी थी?
उन्हें पैर की उंगली में फ्रैक्चर हुआ था।











