भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई पांच मैचों की इस सीरीज़ में कुल 6736 रन बने — जो टेस्ट इतिहास में दूसरी सबसे ज़्यादा रन वाली सीरीज़ रही। भारत ने 3580 और इंग्लैंड ने 3156 रन बनाए, जो बल्लेबाज़ी के ज़ोरदार प्रदर्शन को दिखाता है।
शतकों की बहार
सीरीज़ में 21 शतक लगे, जो टेस्ट इतिहास में सबसे ज़्यादा शतकों की बराबरी करता है। भारत की ओर से अकेले 12 शतक बने, जिनमें 10 तो दूसरी पारी में आए — ये भी एक नया रिकॉर्ड है।
गिल का स्वर्णिम दौर
शुभमन गिल ने 754 रन बनाकर न सिर्फ कप्तान के तौर पर चमके, बल्कि चार शानदार शतक भी जड़े। उन्होंने सुनील गावस्कर के रिकॉर्ड को लगभग छू ही लिया और भारतीय टेस्ट इतिहास में खुद को बतौर लीडर स्थापित कर दिया।
जडेजा की जिद
नंबर 6 या उससे नीचे बल्लेबाज़ी करते हुए 516 रन बनाना कोई आसान काम नहीं होता। लेकिन जडेजा ने इसे मुमकिन कर दिखाया और दिखाया कि निचले क्रम में भी मैच पलट सकते हैं।
विकेटकीपरों की बैटिंग क्लास
ऋषभ पंत और इंग्लैंड के जेमी स्मिथ ने मिलकर 966 रन जोड़े — जो कि किसी भी टेस्ट सीरीज़ में विकेटकीपरों द्वारा सबसे ज़्यादा रन हैं।
शानदार साझेदारियाँ
इस सीरीज़ में कुल 19 शतकीय साझेदारियाँ बनीं, जिसमें से 11 भारत ने कीं। अकेले गिल 6 बार शतक वाली पार्टनरशिप में शामिल रहे — ये बताता है कि उनका कद अब सिर्फ बल्लेबाज़ नहीं, एक धुरी के रूप में बढ़ा है।
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 सिर्फ एक सीरीज़ नहीं थी — ये आंकड़ों, भावनाओं और जज़्बे का संगम थी। भारत ने न सिर्फ स्कोरबोर्ड पर राज किया, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में भी जगह बनाई। यह सीरीज़ आने वाले समय में टेस्ट क्रिकेट के लिए प्रेरणा का काम करेगी।
FAQs
शुभमन गिल ने कितने रन बनाए?
गिल ने 754 रन बनाए।
सीरीज़ में कितने शतक लगे?
कुल 21 शतक लगे।
रवींद्र जडेजा ने कितने रन बनाए?
516 रन, नंबर 6 पर बल्लेबाज़ी करते हुए।
विकेटकीपरों ने कुल कितने रन बनाए?
966 रन (पंत 479, स्मिथ 434)।
सीरीज़ में कितनी शतकीय साझेदारियाँ हुईं?
19 साझेदारियाँ, भारत ने 11 की।











