महिला वनडे वर्ल्ड कप की शुरुआत में दो महीने से भी कम समय बचा है, लेकिन बेंगलुरु का एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम मेजबानी को लेकर अनिश्चितता में है।
कारण
कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) को अब तक स्थानीय प्रशासन से अनुमति नहीं मिली है। यह देरी RCB की IPL विजय परेड के दौरान हुए भगदड़ हादसे के बाद बढ़ी, जिसमें 11 लोगों की मौत हुई थी और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे।
अहम मैच
स्टेडियम 30 सितंबर को उद्घाटन मैच, पांच लीग मुकाबले और 30 अक्टूबर को सेमीफाइनल की मेजबानी करने वाला था। इनमें भारत बनाम इंग्लैंड और भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका जैसे हाई-प्रोफाइल मैच शामिल हैं।
BCCI की चिंता
BCCI के देवजीत सैकिया के मुताबिक, अगर शनिवार तक अनुमति नहीं मिली तो वैकल्पिक स्थलों पर विचार किया जाएगा। ICC भी इस देरी से परेशान है। कर्नाटक सरकार ने सुरक्षा उपायों की जांच के लिए समिति बनाई है, जबकि KSCA ने सभी दस्तावेज जमा कर दिए हैं।
कोर्ट का बयान
अदालत ने स्टेडियम को “जनसमूह जुटाने के लिए अनुपयुक्त” बताया और खराब भीड़ नियंत्रण व अपर्याप्त निकास द्वारों की समस्याओं पर टिप्पणी की।
चुनौती
KSCA और BCCI के सामने समय से पहले समाधान ढूंढना बड़ी चुनौती है, ताकि टूर्नामेंट और दर्शकों की सुरक्षा दोनों सुनिश्चित की जा सके।
FAQs
चिन्नास्वामी स्टेडियम की मेजबानी पर सवाल क्यों?
सुरक्षा चिंताओं और अनुमति में देरी के कारण।
महिला वर्ल्ड कप का उद्घाटन मैच कब है?
30 सितंबर 2025 को।
BCCI कब तक इंतजार करेगा?
शनिवार तक, उसके बाद विकल्प देखे जाएंगे।
स्टेडियम को अनुपयुक्त किसने बताया?
हालिया कोर्ट के आदेश में।
कौन-कौन से बड़े मैच यहां होने वाले हैं?
भारत बनाम इंग्लैंड और भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका।











