कोई सहानुभूति नहीं चाहिए – शतक के बाद पृथ्वी शॉ का शांत लेकिन मजबूत संदेश

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Prithvi Shaw

पृथ्वी शॉ, जो कभी भारत के सबसे होनहार क्रिकेटरों में गिने जाते थे, इस बार चर्चा में हैं अपने शानदार शतक की वजह से। महाराष्ट्र की ओर से खेलते हुए उन्होंने छत्तीसगढ़ के खिलाफ 111 रनों की जबरदस्त पारी खेली, और दिखा दिया कि वो अब भी वापसी के लिए तैयार हैं।

एकतरफा जंग

इस मैच में महाराष्ट्र की टीम सिर्फ 217 रन ही बना सकी थी, लेकिन उसमें से आधे से ज़्यादा रन अकेले शॉ के बल्ले से आए। उनकी ओपनिंग साझेदारी भी एकतरफा रही – उनके जोड़ीदार ने सिर्फ 10 रन बनाए। बाकी बल्लेबाज़ जल्दी आउट होते गए, लेकिन शॉ अंत तक डटे रहे।

फिर से जीरो से शुरुआत

मैच के बाद शॉ ने कहा कि उन्होंने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, और अगर एक बार फिर शुरुआत करनी पड़ी तो उन्हें कोई परेशानी नहीं है। उन्हें खुद पर भरोसा है और वो इस सीज़न को खुद को दोबारा साबित करने का मौका मानते हैं।

बेसिक्स पर वापसी

उन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी में किसी तकनीकी बदलाव की बात नहीं की, बल्कि बस पुरानी चीज़ों पर लौटने की बात कही – जैसे प्रैक्टिस, जिम और रनिंग। यही वो आदतें हैं जो उन्होंने बचपन से अपनाई हैं।

सोशल मीडिया से ब्रेक

शॉ ने अब सोशल मीडिया से दूरी बना ली है। उनका मानना है कि वहां बहुत नेगेटिविटी है और उससे दूर रहकर उन्हें मानसिक शांति मिली है। ये बदलाव उनके खेल और सोच दोनों में नजर आ रहा है।

कोई शुभकामना नहीं मिली

जब उनसे पूछा गया कि क्या किसी बड़े क्रिकेटर ने उनके शतक के बाद बधाई दी, तो उन्होंने साफ कहा – “नहीं।” लेकिन उन्होंने ये भी जोड़ा कि उन्हें किसी की सहानुभूति नहीं चाहिए। उनके परिवार और कुछ करीबी दोस्तों ने मुश्किल समय में साथ दिया, और वो उनके लिए काफी हैं।

अकेलापन बना ताकत

उन्होंने माना कि इस अकेलेपन ने उन्हें और मजबूत बना दिया है। अब वो हर चीज़ खुद मैनेज कर रहे हैं, और इससे उन्हें कंट्रोल का अहसास होता है।

फोकस अब सिर्फ आज पर

पहले जहां शॉ बहुत आगे की सोचते थे, अब वो सिर्फ आज को बेहतर बनाने में लगे हैं। उनकी डेली प्लानिंग में फिटनेस, बल्लेबाज़ी और रूटीन शामिल है – और यही अब उनका फोकस है।

करियर की नई शुरुआत

ये शतक सिर्फ एक पारी नहीं थी, ये करियर की दोबारा शुरुआत थी। टीम इंडिया से बाहर होने, आईपीएल में अनसोल्ड रहने और घरेलू स्तर पर नजरअंदाज होने के बाद भी शॉ ने हार नहीं मानी है।

अब बस देखने वाली बात ये होगी कि क्या चयनकर्ता इस मजबूत वापसी को नोटिस करते हैं या नहीं। लेकिन एक बात तय है – पृथ्वी शॉ अभी खत्म नहीं हुए हैं।

FAQs

पृथ्वी शॉ ने किस टीम के लिए शतक लगाया?

उन्होंने महाराष्ट्र के लिए छत्तीसगढ़ के खिलाफ शतक लगाया।

क्या किसी भारतीय खिलाड़ी ने शॉ को समर्थन दिया?

नहीं, शॉ के मुताबिक किसी खिलाड़ी ने संपर्क नहीं किया।

शॉ ने सोशल मीडिया को लेकर क्या कहा?

उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बना ली है क्योंकि यह भटकाता है।

शॉ का अगला फोकस क्या है?

वर्तमान पर फोकस करना और हर दिन बेहतर करना।

शॉ ने वापसी के लिए क्या बदला है?

उन्होंने बेसिक्स पर लौटना और अनुशासन में रहना शुरू किया है।

Ehtesham Arif

I’m Ehtesham Arif, lead cricket analyst at Kricket Wala with over 3 years of experience in cricket journalism. I’m passionate about bringing you reliable match analysis and the latest updates from the world of cricket. My favorite team is India, and in the IPL, I support Delhi Capitals.

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