भारतीय टेस्ट बल्लेबाज़ हनुमा विहारी ने एक बार फिर आंध्र क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। इस बार उन्होंने त्रिपुरा टीम का रुख किया है और वहां तीनों फॉर्मेट्स में खेलने की बात कही है।
सोशल मीडिया पर ऐलान
विहारी ने X (पहले ट्विटर) पर लिखा कि उन्हें ऐसा मंच चाहिए जहां वो लगातार खेल सकें और टीम में योगदान दे सकें। उन्होंने आंध्र क्रिकेट संघ को धन्यवाद भी दिया, लेकिन इशारा साफ था कि चीज़ें उनके मुताबिक नहीं चल रही थीं।
सम्मान की कमी
Indian Express से बातचीत में विहारी ने कहा कि उन्हें बिना वजह टीम से बाहर रखा गया। उन्होंने कहा, “अगर मुझसे बेहतर खिलाड़ी होते, तो मुझे कोई आपत्ति नहीं होती।” उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में नहीं चुना गया।
राजनीति में बवाल
विहारी के इस कदम ने आंध्र की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। YSRCP ने TDP सरकार पर सवाल उठाते हुए पूछा कि अब जबकि क्रिकेट बोर्ड उनके नियंत्रण में है, विहारी क्यों नाराज़ हैं?
YSRCP के आरोप
YSRCP ने ACA अध्यक्ष शिवनाथ और सचिव सना सतीश को निशाने पर लिया और कहा कि पहले तो Jagan सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया था, अब क्या?
TDP का जवाब
ACA प्रमुख और TDP नेता शिवनाथ ने कहा कि अब आंध्र क्रिकेट राजनीति से मुक्त है और खिलाड़ी स्वतंत्र रूप से फैसले ले रहे हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि विहारी की वापसी और अब उनका जाना, दोनों ही व्यक्तिगत फैसले हैं।
पिछला विवाद
फरवरी 2024 में भी विहारी ने ACA पर अपमानित करने का आरोप लगाया था। तब YSRCP सत्ता में थी और TDP उनके समर्थन में खुलकर आई थी। नारा लोकेश ने तब उन्हें वापसी का न्योता दिया था।
वापसी और फिर विदाई
जून 2024 में सरकार बदलने के बाद विहारी ने आंध्र टीम में वापसी की घोषणा की थी और कहा था कि अब माहौल बेहतर है। लेकिन अब सिर्फ तीन महीने बाद ही उन्होंने टीम छोड़ दी।
हालिया प्रदर्शन
आंध्र प्रीमियर लीग 2025 में विहारी ने अमरावती रॉयल्स के लिए कप्तानी करते हुए 299 रन बनाए थे, औसत रहा 59.80 और स्ट्राइक रेट 148। उन्हें टूर्नामेंट का बेस्ट प्लेयर भी चुना गया, भले ही उनकी टीम फाइनल हार गई।
अब त्रिपुरा की बारी
विहारी अब त्रिपुरा के लिए खेलेंगे, जहां उन्हें तीनों फॉर्मेट्स में खेलने का मौका मिलेगा। यह उनके करियर के लिए एक नया अध्याय हो सकता है – मैदान में भी और मैदान के बाहर भी।
FAQs
हनुमा विहारी ने आंध्र टीम क्यों छोड़ी?
उन्हें चयन में अनदेखा किया गया और सम्मान की कमी महसूस हुई।
अब हनुमा विहारी किस राज्य से खेलेंगे?
वे अब त्रिपुरा क्रिकेट टीम से सभी फॉर्मेट्स में खेलेंगे।
क्या यह मुद्दा राजनीतिक बन गया है?
हां, YSRCP और TDP इस पर एक-दूसरे को दोष दे रहे हैं।
हनुमा विहारी ने आखिरी बार कब आंध्र छोड़ा था?
फरवरी 2024 में, लेकिन जून में लौट आए थे।
विहारी का APL 2025 में प्रदर्शन कैसा रहा?
उन्होंने 299 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बने।











