क्रिकेट की दुनिया में जब कोई बड़ा नाम दोबारा मैदान पर लौटता है, तो वो सिर्फ एक खिलाड़ी की कहानी नहीं होती, वो एक इमोशनल सफर बन जाता है। रॉस टेलर की वापसी भी कुछ ऐसी ही है। करीब चार साल के लंबे ब्रेक के बाद अब ये दिग्गज बल्लेबाज़ फिर से इंटरनेशनल लेवल पर बैट थामे नज़र आएंगे। लेकिन इस बार वो न्यूजीलैंड की नहीं, बल्कि समोआ की जर्सी में दिखाई देंगे।
घोषणा
41 साल के टेलर ने सोशल मीडिया पर अपनी वापसी का ऐलान किया। उन्होंने लिखा, “अब ये ऑफिशियल है – मैं समोआ की नीली जर्सी पहनने जा रहा हूं। ये मेरे लिए सिर्फ एक और मैच नहीं है, बल्कि मेरी विरासत, संस्कृति और परिवार के सम्मान का मौका है।” उनके इस बयान ने फैन्स के दिलों को छू लिया और सोशल मीडिया पर उन्हें जबरदस्त सपोर्ट मिला।
पुराना करियर
रॉस टेलर का करियर हमेशा से ही शानदार रहा है। उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए 112 टेस्ट, 236 वनडे और 102 T20 मुकाबले खेले। कुल मिलाकर 450 से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेल चुके टेलर न्यूजीलैंड क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ों में गिने जाते हैं। उनकी कंसिस्टेंसी और मैच जिताऊ पारीयों ने उन्हें लिविंग लेजेंड बना दिया है।
इरादा
टेलर ने इंटरव्यू में कहा कि उन्हें हमेशा से क्रिकेट को कुछ लौटाना था। उन्होंने सोचा था कि ये काम कोचिंग, मेंटरशिप या फिर बच्चों को गियर डोनेट करके करेंगे। लेकिन जब उन्हें समोआ के लिए खेलने का ऑफर मिला, तो वो इसे ठुकरा नहीं सके। उनके शब्दों में, “दिल ने कहा हां, और बस फिर वापस आना तय हो गया।”
योग्यता
ICC के नियमों के मुताबिक, अगर कोई खिलाड़ी टीम बदलना चाहता है, तो उसे एक तय वेटिंग पीरियड के लिए किसी इंटरनेशनल टीम के लिए नहीं खेलना होता। टेलर ने ये समय पूरा कर लिया है और अप्रैल 2025 से समोआ के लिए खेलने के पात्र बन चुके हैं। ये नियम खास तौर पर उन खिलाड़ियों के लिए बनाए गए हैं जो दो देशों से जुड़े होते हैं।
टूर्नामेंट
रॉस टेलर अक्टूबर 2025 में ओमान में होने वाले T20 वर्ल्ड कप एशिया-पैसिफिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में समोआ का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस ग्रुप में समोआ के साथ ओमान और पापुआ न्यू गिनी भी शामिल हैं। टूर्नामेंट में कुल तीन ग्रुप होंगे और हर ग्रुप की टॉप दो टीमें सुपर सिक्स स्टेज में पहुंचेंगी।
वर्ल्ड कप का रास्ता
सुपर सिक्स में टॉप तीन टीमें 2026 में भारत और श्रीलंका में होने वाले T20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई करेंगी। यानी टेलर और समोआ के सामने अब सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक बड़ा सपना है। और जिस तरह से टेलर का अनुभव है, वो इस सपने को हकीकत में बदलने की क्षमता रखते हैं।
टीम पर असर
टेलर की वापसी से समोआ को सिर्फ एक अनुभवी खिलाड़ी ही नहीं मिलेगा, बल्कि एक ऐसा लीडर भी मिलेगा जो मैदान और ड्रेसिंग रूम दोनों में फर्क ला सकता है। युवा खिलाड़ी उनके साथ खेलकर खुद को बेहतर बना सकते हैं। उनका शांत स्वभाव, क्रिकेटिंग माइंड और मैच सिचुएशन को पढ़ने की काबिलियत किसी भी टीम को मजबूत बना सकती है।
भावना
इस पूरी कहानी में सबसे खूबसूरत बात ये है कि टेलर सिर्फ क्रिकेट खेलने के लिए नहीं लौटे हैं, बल्कि अपनी जड़ों से दोबारा जुड़ने के लिए आए हैं। उनका ये फैसला बताता है कि क्रिकेट सिर्फ एक प्रोफेशन नहीं, बल्कि एक भावना है – एक तरीका है अपनी पहचान, अपनी विरासत और अपने रिश्तों को सेलिब्रेट करने का।
प्रेरणा
रॉस टेलर की वापसी उन सभी लोगों के लिए मोटिवेशन है जो सोचते हैं कि उम्र के बाद कुछ नया शुरू नहीं किया जा सकता। उन्होंने दिखा दिया कि अगर दिल में क्रिकेट के लिए प्यार जिंदा है, तो कोई भी फॉर्मेट, कोई भी टीम और कोई भी देश आपकी वापसी रोक नहीं सकता।
आगे क्या
अब देखना ये है कि रॉस टेलर समोआ की टीम को कहां तक लेकर जाते हैं। लेकिन इतना तो तय है कि उनकी ये वापसी क्रिकेट इतिहास में एक खास जगह बनाएगी। और शायद आने वाले समय में और भी दिग्गज अपनी जड़ों की ओर लौटते नज़र आएं।
FAQs
रॉस टेलर ने क्रिकेट में वापसी क्यों की?
समोआ की ओर से खेलने और विरासत को सम्मान देने के लिए।
टेलर ने आखिरी बार कब खेला था?
2022 में न्यूजीलैंड के लिए अंतिम मैच खेला था।
वो किस टूर्नामेंट में खेलेंगे?
T20 वर्ल्ड कप एशिया-पैसिफिक क्वालीफायर।
समोआ किस ग्रुप में है?
ग्रुप 3 में ओमान और पापुआ न्यू गिनी के साथ।
क्या वे कोचिंग भी करेंगे?
वो भविष्य में कोचिंग की भी इच्छा रखते हैं।











