2014 की बात है, मोहाली के IS बिंद्रा स्टेडियम के बाहर एक जूस की रेहड़ी थी। वहीं खड़े थे राम विलास शाह और उनका बेटा अविनाश — जो तब क्रिकेट छोड़कर एक फोटो स्टूडियो में काम कर रहा था। फिर आए शुभमन गिल के पिता, लक्षविंदर पाजी — और बस, कहानी ने रुख बदल लिया।
नई प्रेरणा
लक्षविंदर पाजी ने जब सुना कि अविनाश ने पैसे की तंगी की वजह से क्रिकेट छोड़ दिया, तो उन्होंने उसे डांटते हुए कहा, “क्रिकेट किस्मत बदल सकता है, इसे यूं मत छोड़।” और फिर एक वीडियो दिखाया — एक साइड-आर्म थ्रोअर का। बोले, “तू ये सीख, और नेट्स में काम कर।”
दोस्ती की नींव
अविनाश ने मान लिया। जल्द ही वह गिल के साथ नेट्स में थ्रो फेंकने लगा — और एक गहरा रिश्ता बन गया। अविनाश कहते हैं, “मैंने कभी गिल से पैसे नहीं लिए। पाजी ने मेरे परिवार की मदद की, त्योहारों में साथ दिया, अस्पताल ले गए — वो परिवार जैसे बन गए।”
गिल की डेडिकेशन
शुभमन की मेहनत को लेकर अविनाश बताते हैं — “वो घंटों बैटिंग करते, फिर खुद की वीडियो देखते, गलतियां ढूंढते। कभी भी यूं ही बल्ला नहीं घुमाते थे।” टी20 क्रिकेट के लिए जब खुद को बदला, तो lofted shots और range-hitting पर घंटों मेहनत की।
IPL और इंग्लैंड
2025 में जब शुभमन GT के कप्तान बने, अविनाश ने मजाक किया — “अब तू कैप्टन है, मुझे भी टीम में रख।” कुछ दिनों बाद शुभमन ने कॉल किया — “बैग पैक कर, तू GT के साथ जा रहा है।” IPL के बीच में ही शुभमन ने इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ की तैयारी शुरू कर दी और अविनाश से कहा — “रेड बॉल से मुझे चैलेंज कर।”
सच्चा साथी
अविनाश खुद को छोटा मानते हैं — “मैंने तो बस थ्रो फेंके, नेट्स में नॉकिंग करवाई।” लेकिन उनकी ये कहानी बताती है कि जब एक खिलाड़ी के पीछे एक सच्चा साथी खड़ा हो — तो कोई भी सपना छोटा नहीं होता।
दोस्ती का सफर
एक जूस की रेहड़ी से शुरू हुई ये कहानी आज भारतीय टेस्ट कप्तानी तक पहुंच चुकी है। गिल और अविनाश की ये दोस्ती सिर्फ एक थ्रोअर और खिलाड़ी की नहीं — बल्कि दो ज़िंदगियों की साझा उड़ान है।
FAQs
अविनाश और शुभमन की पहली मुलाकात कब हुई?
2014 में मोहाली स्टेडियम के बाहर एक जूस की रेहड़ी पर।
अविनाश क्या करते थे?
वो पहले क्रिकेटर थे, फिर फोटो स्टूडियो में काम करने लगे।
किसने अविनाश को साइड-आर्म थ्रोअर बनने को कहा?
शुभमन के पिता लक्षविंदर पाजी ने।
क्या अविनाश ने शुभमन से पैसे लिए?
नहीं, उन्होंने कभी पैसे नहीं लिए।
IPL में शुभमन ने अविनाश को कैसे बुलाया?
उन्होंने कॉल कर कहा, ‘GT बुला रही है, बैग पैक कर’।











