भारतीय क्रिकेट टीम को नया जर्सी स्पॉन्सर मिल गया है। अपोलो टायर्स ने बीसीसीआई के साथ मार्च 2028 तक के लिए एक बड़ी डील साइन की है। इस दौरान भारत कुल 141 मैच खेलेगा, जिनमें 121 द्विपक्षीय और 20 आईसीसी मुकाबले शामिल हैं।
रिकॉर्ड डील
अपोलो टायर्स हर द्विपक्षीय मैच के लिए 4.5 करोड़ रुपये और हर आईसीसी मैच के लिए 1.72 करोड़ रुपये देगा। कुल मिलाकर यह डील 579.06 करोड़ रुपये की है, जो टीम इंडिया की अब तक की सबसे बड़ी जर्सी स्पॉन्सरशिप मानी जा रही है।
बोली प्रक्रिया
स्पॉन्सरशिप की दौड़ में अपोलो टायर्स के अलावा कैनवा और जेके सीमेंट भी शामिल थे। कैनवा ने 554.48 करोड़ और जेके सीमेंट ने 477.7 करोड़ की बोली लगाई। वहीं बिरला ऑप्टस पेंट्स ने दिलचस्पी तो दिखाई, लेकिन नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया।
बीसीसीआई का बयान
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि अपोलो टायर्स का आना सिर्फ एक कमर्शियल डील नहीं बल्कि साझेदारी है। उन्होंने कहा, “यह साझेदारी उन संस्थाओं की है जिन्होंने करोड़ों लोगों का भरोसा और सम्मान जीता है।”
ड्रीम11 का बाहर होना
पहले टीम इंडिया की जर्सी स्पॉन्सरशिप ड्रीम11 के पास थी। लेकिन सरकार द्वारा लागू किए गए ऑनलाइन गेमिंग एक्ट 2025 के बाद कंपनी को बड़ा झटका लगा और उसने अनुबंध से बाहर होने का फैसला किया।
मौजूदा स्थिति
भारत वर्तमान में एशिया कप 2025 खेल रहा है और टीम इस टूर्नामेंट में बिना जर्सी स्पॉन्सर के मैदान पर उतरी है। अब अगले सीरीज़ से टीम इंडिया की जर्सी पर अपोलो टायर्स का लोगो नज़र आएगा।
FAQs
भारत का नया जर्सी स्पॉन्सर कौन है?
अपोलो टायर्स।
डील की कुल कीमत कितनी है?
लगभग 579.06 करोड़ रुपये।
ड्रीम11 क्यों बाहर हुआ?
ऑनलाइन गेमिंग एक्ट 2025 के कारण।
अपोलो टायर्स कितने मैच कवर करेगा?
141 मैच (121 द्विपक्षीय, 20 आईसीसी)।
कैनवा ने कितनी बोली लगाई थी?
कुल 554.48 करोड़ रुपये।











