ICC महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 में साउथ अफ्रीका ने भारत को 3 विकेट से हराकर टूर्नामेंट में जोरदार वापसी की। विशाखापत्तनम में खेले गए इस मुकाबले में नादिन डी क्लार्क ने नाबाद 84 रनों की पारी खेली और टीम को मुश्किल लक्ष्य तक पहुंचाया।
जीत की रणनीति
मैच के बाद डी क्लार्क ने कहा कि जीत की कुंजी “स्मार्ट क्रिकेट” खेलना थी। “हमने तय किया था कि मैच को आखिरी ओवरों तक ले जाना है। अगर हम दोनों क्रीज़ पर टिके रहते, तो 40 रन भी आसान लगते,” उन्होंने बताया।
पेसर्स को बनाया निशाना
डी क्लार्क ने बताया कि इस पिच पर तेज़ गेंदबाज़ों को खेलना आसान था, इसलिए उन्होंने आखिरी ओवरों में पेसर्स को टारगेट करने की रणनीति अपनाई। यही प्लान अंत में उनके काम आया।
क्लो ट्रायन की अहम साझेदारी
क्लो ट्रायन ने 66 गेंदों में 49 रन बनाकर डी क्लार्क का बढ़िया साथ दिया। दोनों के बीच हुई साझेदारी ने भारत को मैच से बाहर कर दिया। “जब क्लो आउट हुईं तो थोड़ा दबाव था, लेकिन हमें भरोसा था कि अगर हम टिके रहे तो जीतेंगे,” डी क्लार्क ने कहा।
स्पिनर्स के खिलाफ धैर्य
भारत की स्पिन गेंदबाज़ों ने बीच के ओवरों में शानदार बॉलिंग की, लेकिन साउथ अफ्रीका ने धैर्य नहीं खोया। अंतिम 10 ओवरों में टीम ने तेज़ रफ्तार से रन बनाकर मुकाबला पलट दिया।
भारत की पहली हार
भारत ने पहले दो मैचों में श्रीलंका और पाकिस्तान को हराया था, लेकिन यह उनकी पहली हार थी। इस नतीजे के बाद भारत तीसरे और साउथ अफ्रीका चौथे स्थान पर पहुंच गए।
पॉइंट्स टेबल स्थिति
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड अभी भी टॉप दो स्थानों पर हैं, जबकि भारत और साउथ अफ्रीका के चार-चार अंक हैं। दोनों टीमों के लिए आगे के मैच बेहद अहम होंगे।
अगला मुकाबला बांग्लादेश से
साउथ अफ्रीका अब चार दिन बाद बांग्लादेश से भिड़ेगी। टीम का आत्मविश्वास इस जीत के बाद ऊंचाई पर है और डी क्लार्क की फॉर्म उन्हें सेमीफाइनल रेस में बनाए रखेगी।
संदेश साफ है
नादिन डी क्लार्क की पारी ने दिखा दिया कि क्रिकेट सिर्फ ताकत का नहीं, सोच का भी खेल है। सही रणनीति और संयम के साथ उन्होंने भारत जैसी मजबूत टीम को मात दी। अब सबकी नजरें होंगी कि यह लय साउथ अफ्रीका कब तक कायम रखता है।
FAQs
नादिन डी क्लार्क को प्लेयर ऑफ द मैच क्यों मिला?
उन्होंने भारत के खिलाफ 84* रन बनाकर जीत दिलाई।
साउथ अफ्रीका का अगला मुकाबला किससे है?
बांग्लादेश से, विशाखापत्तनम में।
भारत की वर्ल्ड कप में यह कौन सी हार थी?
यह भारत की पहली हार थी।
डी क्लार्क और ट्रायन की साझेदारी कितनी अहम थी?
उन्होंने रन चेज के दौरान टीम को स्थिरता दी।
पिच पर किस तरह की गेंदबाज़ी खेलना आसान था?
तेज़ गेंदबाज़ों को खेलना आसान था।











