रिटायर्ड-आउट से जीत तक – क्रिकेट की रणनीति का बदलता चेहरा

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Gavaskar to Holden

क्रिकेट सिर्फ बल्ला और गेंद नहीं, अब दिमाग का भी खेल बन चुका है। हाल ही में ILT20 के एक मुकाबले में डेजर्ट वाइपर्स ने जानबूझकर बल्लेबाज को ‘रिटायर्ड आउट’ करके न सिर्फ गेम की दिशा बदली बल्कि क्रिकेट की पारंपरिक सोच को भी चुनौती दी।

टर्निंग पॉइंट

मैच में वाइपर्स की टीम 15.5 ओवर में 117/1 पर थी। मैक्स होल्डन 42 रन पर थे, लेकिन रन रेट गिर रहा था। राशिद खान की गेंद पर वो चूके और विकेटकीपर पूरन के पास उन्हें स्टंप करने का मौका था — लेकिन जानबूझकर नहीं किया गया। वजह? एमआई एमिरेट्स उन्हें क्रीज पर रोकना चाहते थे क्योंकि वो तेजी से रन नहीं बना रहे थे।

साहसी फैसला

वाइपर्स ने ये चाल समझी और होल्डन को अगली ही गेंद पर ‘रिटायर्ड आउट’ कर दिया। उनकी जगह शिमरोन हेटमायर आए और 9 गेंदों में 15 रन ठोक डाले — जिसने अंत में जीत का फर्क बना दिया।

नियम और मानसिकता

‘रिटायर्ड आउट’ करना नियम के खिलाफ नहीं है, लेकिन अब तक इसे बस इंजरी या थकान जैसी वजहों से किया जाता था। वाइपर्स ने इसे रणनीति के तौर पर इस्तेमाल कर विरोधी को चौंका दिया।

गावस्कर की याद

1975 के वर्ल्ड कप में सुनील गावस्कर ने इंग्लैंड के खिलाफ 174 गेंदों में सिर्फ 36 रन बनाए थे। पूरी पारी खेली लेकिन स्ट्राइक रेट सिर्फ 21 का था। न तो कप्तान और न मैनेजर में हिम्मत थी कि उन्हें बीच में रोक सकें।

संदेश बेअसर

पूर्व खिलाड़ी कर्सन घावरी के मुताबिक, गावस्कर को कई बार ड्रेसिंग रूम से संदेश भेजे गए कि या तो रन बनाए या आउट हो जाएं। लेकिन उन्होंने नहीं सुना। खुद गावस्कर ने बाद में माना कि ये उनकी सबसे खराब पारी थी।

क्या होता अगर

गावस्कर ने ये भी बताया कि वो शुरू में ही आउट थे लेकिन न अपील हुई, न वो वॉक किए। उन्हें तीन बार जीवनदान भी मिला। अगर टीम ने तब ‘रिटायर्ड आउट’ जैसा कदम उठाया होता, तो शायद इतिहास कुछ और होता।

सोच में बदलाव

आज क्रिकेट की सोच बदल चुकी है। टीमें अब पुराने “संकोच” से बाहर आ चुकी हैं। वाइपर्स ने दिखाया कि कैसे साहसिक रणनीति से मैच पलटा जा सकता है। जहां एक समय कप्तान चुप थे, वहीं आज कोचिंग स्टाफ और प्लेइंग इलेवन में सामूहिक फैसला लेकर बदलाव किया जाता है।

नतीजा साफ है

क्रिकेट अब सिर्फ तकनीक का खेल नहीं, टाइमिंग और सोच का भी है। जब जरूरत पड़े, तो ‘रिटायर्ड आउट’ जैसा फैसला मैच का पासा पलट सकता है। और यही आधुनिक क्रिकेट की असली चाल है।

FAQs

रिटायर्ड-आउट क्या होता है?

यह तब होता है जब बल्लेबाज को रणनीति के तहत स्वेच्छा से पवेलियन भेजा जाए।

क्या रिटायर्ड-आउट नियम के खिलाफ है?

नहीं, यह क्रिकेट के नियमों के तहत वैध है।

गावस्कर ने 1975 में कितनी गेंदें खेलीं?

174 गेंदें खेलीं और सिर्फ 36 रन बनाए।

मैक्स होल्डन को क्यों हटाया गया?

क्योंकि उनका स्ट्राइक रेट धीमा था और टीम को तेजी से रन चाहिए थे।

क्या कप्तान बल्लेबाज को बीच में हटा सकता है?

हाँ, यदि रणनीति के तहत निर्णय हो तो बल्लेबाज़ को रिटायर्ड-आउट किया जा सकता है।

Ehtesham Arif

I’m Ehtesham Arif, lead cricket analyst at Kricket Wala with over 3 years of experience in cricket journalism. I’m passionate about bringing you reliable match analysis and the latest updates from the world of cricket. My favorite team is India, and in the IPL, I support Delhi Capitals.

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