श्रीलंका में हालत पिछले कुछ महीनों से खराब चल रहे है। हालत ठीक होने के बजाए अब और भी बिगड़ रहे है। देश के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे देश छोड़कर चले गए हैं। देश में कई जगह पर कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके साथ ही खाने-पीने के सामान के साथ पेट्रोलियम पदार्थों की भारी किल्लत हो गई है। पेट्रोल के लिए लोगों को दो-दो दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है।
श्रीलंका के क्रिकेटर चिमुथ करुणारत्ने ने कहा कि उन्हें पेट्रोल लेने के लिए दो दिन तक लाइन में लगना पड़ा। कृणारत्ने ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा ‘सौभाग्य से दो दिनों तक लंबी कतार में रहने के बाद पेट्रोल मिल गया, भारी ईंधन संकट के कारण मैं अपने क्रिकेट अभ्यासों में भी नहीं जा पा रहा हूं।’ श्रीलंका में 1948 में मिली आज़दीके बाद कभी ऐसा नहीं हुआ था परंतु अब हालात ऐसे हैं कि केवल 10 फीसदी ही लोग ईंधन हासिल कर पा रहे हैं।
इस बार एशिया कप की मेजबानी भी लंका को ही दी गई है। परंतु अब वहां के हालात और भी खराब हो चुके है। करुणारत्ने ने कहा ‘एशिया कप आ रहा है और एलपीएल भी इस साल निर्धारित है। मुझे नहीं पता कि क्या होगा क्योंकि मुझे अभ्यास के लिए कोलंबो और अलग-अलग जगहों पर जाना है और क्लब सीजन में भाग लेना है। ईंधन की कमी के कारण मैं प्रैक्टिस पर नहीं जा सकता.. दो दिन से मैं कहीं नहीं गया क्योंकि मैं पेट्रोल के लिए लंबी कतार में हूं। सौभाग्य से मुझे आज मिल गया लेकिन दस हजार रुपये का यह पेट्रोल अधिकतम दो से तीन दिन ही चलेगा।’
इसके बाद कृणारत्ने ने श्रीलंका में जल्दी हालात ठीक होने की उम्मीद दिलाते हुए कहा कि ‘हम एशिया कप के लिए तैयार हैं और मुझे लगता है कि बड़े आयोजन के लिए, देश पर्याप्त ईंधन उपलब्ध कराएगा। हम ऑस्ट्रेलिया के साथ खेल रहे हैं और मैच अच्छे रहे। यहां तक कि एशिया कप की तैयारी भी चल रही है।’