सचिन तेंदुलकर, भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण और प्रमुख नाम हैं। उनका योगदान अनमोल है और उन्हें ‘क्रिकेट के भगवान’ कहकर पुकारा जाता। उनकी बल्लेबाजी और उनका योगदान क्रिकेट के इतिहास में एक अलग पृष्ठ को चित्रित करते हैं।
सचिन तेंदुलकर भी हुए डीप फेक वीडियो का शिकार
हाल ही में, सचिन तेंदुलकर एक अजीब घटना के शिकार हुए जिसने सभी को हैरान कर दिया। कुछ दिनों पहले, उन्हें एक डीप फेक वीडियो का शिकार बनाया गया। इस वीडियो में, सचिन तेंदुलकर किसी एप्लीकेशन का प्रचार करते हुए दिखाई दिए गए थे, लेकिन क्या वह वाकई में थे या फिर कहीं और का चेहरा उठा कर लगा दिया गया था, यह अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है।
डीप फेक वीडियो के जरिए व्यक्तिगतता का उपयोग करना गंभीर अपराध है और इससे व्यक्तिगत और पेशेवर नुकसान हो सकता है। सचिन तेंदुलकर जैसे विद्वान और समर्पित खिलाड़ी के साथ ऐसा होना अत्यंत दुखद है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और उन्हें बचाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
आखिरकार कितनी सच्चाई इस खबर में
यह घटना दिखाती है कि सोशल मीडिया और इंटरनेट पर गलत जानकारी फैलाने का खतरा हमेशा बना रहता है। लोगों को अवश्य सतर्क रहना चाहिए और ऐसी गतिविधियों की रोकथाम के लिए सक्रिय रूप से योजनाएं बनानी चाहिए। सचिन तेंदुलकर के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार नकारात्मक प्रभाव डालता है और हमें सोशल मीडिया पर विश्वास बनाए रखने की आवश्यकता है। इस घटना से हमें सीखने को मिलता है कि ऑनलाइन जगत में सतर्कता बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।
इसके पहले भी बहुत से बड़े लोग हुए शिकार
आपको बताना चाहते हैं कि अकेले सचिन तेंदुलकर मायाजाल का शिकार नहीं हुए हैं बल्कि इससे पहले और भी काफी सारे सेलिब्रिटीज इसका शिकार हो चुके। इसमें हमें काफी सारे नाम सुनाई देते जैसे की रश्मिका मंदाना, काजोल और यहां तक की प्रियंका चोपड़ा को भी नहीं छोड़ा गया है। आखिरकार यह सब कब खत्म होगा इसके बारे में कुछ भी कहना बड़ा मुश्किल है। आपको बताना चाहते कि यह भी एक प्रकार का ऑनलाइन क्राइम होता है। यह एक टेक्नोलॉजी है और अगर इसका सही इस्तेमाल किया जाए तो अच्छी बात है और अगर गलत इस्तेमाल किया जाए तो गलत बात है।