जब भी किसी क्रिकेटर को नई सफलता मिलती है, तो उसकी तुलना पिछले महान खिलाड़ियों से की जाना आम बात है। कुछ ऐसा ही हुआ जब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की कप्तान स्मृति मंधाना ने महिला प्रीमियर लीग का खिताब अपनी टीम के लिए जीता। लोगों ने उनकी तुलना विराट कोहली से करना शुरू कर दिया, जिन्होंने भी आईपीएल में अपनी टीम आरसीबी को कई बार फाइनल तक पहुंचाया था। हालांकि, स्मृति मंधाना ने इस तुलना पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है।
स्मृति ने कहा कि वह विराट कोहली की तरह खिलाड़ी नहीं बनना चाहतीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अपनी अलग पहचान बनाना चाहती हैं और दुनिया उन्हें स्मृति मंधाना के रूप में जानती है, न कि किसी और की तुलना में। उन्होंने कहा कि विराट एक महान खिलाड़ी हैं और उनका सम्मान करना चाहिए, लेकिन खुद को किसी और से तुलना करना उचित नहीं है।
स्मृति के इस बयान से पता चलता है कि वह अपनी विरासत और प्रतिभा पर गर्व करती हैं। उन्होंने साबित किया है कि वह एक शानदार कप्तान और बल्लेबाज हैं और उन्हें अपनी उपलब्धियों के लिए पहचाना जाना चाहिए, न कि किसी और की तुलना में। यह उनके आत्मविश्वास और निर्भयता को दर्शाता है।
मंधाना का बड़ा बयान
स्मृति मंधाना ने कहा कि खिताब अलग बात है, लेकिन जो विराट कोहली ने देश के लिए किया है, उसकी तुलना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा, “मैं अभी अपने करियर के शुरुआती दौर में हूं और विराट जो कुछ हासिल कर चुके हैं, उसकी तुलना करना सही नहीं होगा। उन्होंने जो कुछ किया है, उसकी तुलना नहीं की जा सकती। वह एक प्रेरणादायक व्यक्ति रहे हैं।
जर्सी नंबर 18
स्मृति और विराट दोनों ही जर्सी नंबर 18 पहनते हैं। इस पर स्मृति ने कहा, “जर्सी नंबर सिर्फ एक निजी पसंद है। मेरा जन्मदिन 18 तारीख को है, इसलिए मेरा जर्सी नंबर भी 18 है। यह नहीं दिखाता कि हम कैसे खेलते हैं। विराट हमारे लिए कई तरह से प्रेरणास्रोत रहे हैं, इसलिए मैं नहीं कहूंगी कि खिताब ही सब कुछ है।
ऐतिहासिक जीत
स्मृति मंधाना की कप्तानी में आरसीबी ने दिल्ली कैपिटल्स को हराकर महिला प्रीमियर लीग का खिताब जीता। यह आरसीबी का पहला खिताब है, जबकि पुरुष टीम 16 साल से आईपीएल जीतने का इंतजार कर रही है। विराट कोहली लगभग एक दशक तक आरसीबी के कप्तान रहे हैं।
स्मृति मंधाना और विराट कोहली दोनों ही अपने-अपने क्षेत्र में महान खिलाड़ी हैं। जबकि स्मृति ने महिला प्रीमियर लीग का खिताब जीता है, विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट टीम को कई शानदार जीत दिलाई हैं। दोनों की तुलना करना उचित नहीं है, क्योंकि दोनों के योगदान और उपलब्धियां अलग-अलग हैं।