भारतीय तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने एक इंटरव्यू में तेज़ गेंदबाज़ों की जिंदगी की हकीकत और टेस्ट क्रिकेट की चुनौतियों पर खुलकर बात की। इंग्लैंड के खिलाफ बड़ी टेस्ट सीरीज़ से पहले Sky Sports से बातचीत में बुमराह ने बताया कि तेज़ गेंदबाज़ होना सिर्फ तेज़ बॉलिंग करना नहीं, बल्कि एक सोच और तैयारी का हिस्सा है।
स्मार्ट बनना पड़ेगा
बुमराह ने माना कि अगर उन्हें लंबे समय तक खेलना है, तो अपने शरीर के साथ समझदारी से पेश आना होगा। उन्होंने कहा कि गेंदबाज़ सिर्फ रन बनाने के लिए नहीं, बल्कि टीम को जीत दिलाने के लिए खेलते हैं और इसके लिए उन्हें लगातार अपने वर्कलोड पर ध्यान देना होता है।
IPL से टेस्ट में स्विच करने की खास तैयारी
बुमराह ने बताया कि IPL जैसे फॉर्मेट से सीधे टेस्ट क्रिकेट में जाना आसान नहीं होता। इसलिए उन्होंने IPL के दौरान ही अपने शरीर को लंबे स्पैल्स के लिए तैयार करना शुरू कर दिया था। उन्होंने खुद से 6-8 ओवर की बॉलिंग प्रैक्टिस की ताकि टेस्ट की मांगों को पूरा किया जा सके।
ड्रेसिंग रूम में नई सोच और नई ऊर्जा
भारत की नई टेस्ट टीम को लेकर बुमराह बेहद पॉजिटिव नजर आए। उन्होंने कहा कि अब ड्रेसिंग रूम में “फियरलेस” माहौल है। खुद सीनियर होने के बावजूद वो युवा खिलाड़ियों को खुलकर खेलने का मौका देते हैं और ज़रूरत पड़ने पर ही सलाह देते हैं।
शुभमन गिल को दी पूरी छूट
नई टेस्ट टीम की कमान जब शुभमन गिल को सौंपी गई, तो बुमराह ने इस फैसले का खुलकर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि वह शुभमन को पूरी आज़ादी देना चाहते हैं और तभी हस्तक्षेप करेंगे जब बहुत जरूरी हो। बुमराह ने खुद को एक सपोर्टिव सीनियर बताया, न कि लीडर।
कप्तानी ठुकराने की ईमानदार वजह
सबसे दिलचस्प बात यह रही कि बुमराह ने बताया कि BCCI ने उन्हें टेस्ट कप्तानी का ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। वजह थी उनकी पीठ की पुरानी चोट। उनका मानना था कि अगर वो पूरी सीरीज़ नहीं खेल पाए और फिर भी कप्तान बने रहें, तो यह टीम के लिए सही नहीं होगा।
एक मैच्योर सोच और टीम के लिए समर्पण
बुमराह का यह इंटरव्यू दिखाता है कि वह सिर्फ एक बेहतरीन बॉलर नहीं, बल्कि एक समझदार और टीम-फर्स्ट अप्रोच रखने वाले क्रिकेटर भी हैं। उन्होंने युवा कप्तानी, टीम कल्चर और फिटनेस मैनेजमेंट जैसे अहम मुद्दों पर बड़ी जिम्मेदारी से बात की है।
FAQs
क्या बुमराह टेस्ट कप्तान बनने वाले थे?
हां, लेकिन उन्होंने फिटनेस के चलते मना कर दिया।
बुमराह ने शुभमन गिल को लेकर क्या कहा?
वह चाहते हैं कि गिल स्वतंत्र रूप से कप्तानी करें।
वर्कलोड मैनेजमेंट का बुमराह के लिए क्या महत्व है?
लंबे करियर के लिए यह बेहद ज़रूरी है।
बुमराह ने कैसे IPL से टेस्ट की तैयारी की?
छह से आठ ओवर की बॉलिंग से धीरे-धीरे वॉल्यूम बढ़ाया।
बुमराह का टेस्ट क्रिकेट में क्या लक्ष्य है?
वह लंबे समय तक खेलना चाहते हैं और सीनियर के रूप में योगदान देना चाहते हैं।