मध्यप्रदेश क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट जीत लिया। फाइनल में उसने मुंबई की टीम को बुरी तरह हराया। 88 साल के रणजी इतिहास में यह पहला मौका है, जब ट्रॉफी मध्यप्रदेश पहुंची है।
ट्रॉफी जीतने के बाद मध्य प्रदेश के कप्तान आदित्य श्रीवास्तव ने कहा, “पूरी तरह से उत्साहित हूं। हम बेहद भावुक हैं। कप्तान के रूप में यह मेरा पहला साल था। मैंने जो कुछ सीखा है वह चंद्रकांत सर से है। मैं इसे जारी रखना चाहता हूं। यह बहुत ही शानदार है। अच्छा महसूस हो रहा है। यह सब करना आसान नहीं था।”
टीम के कोच चंद्रकांत पंडित ने बताया कि मध्य प्रदेश टीम के कप्तान आदित्य श्रीवास्तव को उनकी शादी के लिए सिर्फ 2 दिन की छुट्टी दी गई थी. आदित्य ने बताया कि पिछले साल हुई शादी के बाद से उन्होंने 10 दिन की भी छुट्टी नहीं ली है।
मध्य प्रदेश के मुख्य कोच ने कहा कि उन्होंने अपने खिलाड़ियों से कहा कि सफल होने के लिए लंबे वक्त तक मेहनत करनी पड़ती है. टीम की जीत पर बात करते हुए कोच ने कहा बाकी टीमों को पीछे छोड़ कर इस ट्रॉफी को उठाना बेहद खास था. पिछली बार मध्य प्रदेश ने रणजी के फाइनल में 1999 में जगह बनाई थी उस वक्त पंडित टीम के कप्तान थे और फाइनल में कर्नाटक से हार गए थे।
Of captain-coach's solid partnership & Madhya Pradesh's maiden #RanjiTrophy triumph. 👏 🏆
DON'T MISS as Aditya Shrivastava & Chandrakant Pandit chat after the team's historic title win. 👍 👍 – By @ameyatilak
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— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) June 26, 2022
‘हर ट्रॉफी संतुष्टि देती है लेकिन यह बहुत खास है. मैं सालों पहले (1999) एमपी के कप्तान के रूप में ऐसा नहीं कर पाया था. इतने सालों में मैंने हमेशा ऐसा महसूस किया है कि जैसे मैंने यहां कुछ छोड़ दिया हो. यही कारण है कि मैं इसे लेकर थोड़ा अधिक उत्साहित और भावुक हूं. पंडित ने कहा कि पिछले साल आदित्य शादी से पहले मेरे पास आया तब मैंने उसे सिर्फ 2 दिन की छुट्टी उसकी शादी के लिए दी.
मैच का हाल
मैच की बात करें तो मुंबई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 374 रन बनाए। इसके जवाब में मध्य प्रदेश ने 536 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। दूसरी पारी में मुंबई की टीम ने 269 रन बनाए।
मध्य प्रदेश के सामने मैच की चौथी पारी में 108 रन का लक्ष्य था। इसे मध्य प्रदेश ने चार विकेट खोकर हासिल कर लिया। इसके साथ ही मध्य प्रदेश रणजी टॉफी जीतने वाली 20वीं टीम बनी।