टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने कूल मिजाज के लिए हमेशा से ही जाने जाते रहे है इतना ही उन्होंने टीम इंडिया के दर्जनों युवा प्लेयर्स को तरासने का भी काम किया है। कुछ इसी तरह का एक खुलासा टीम इंडिया के टॉप स्पिन गेंदबाज़ अश्विन ने किया है जिसमे उन्होंने बताया है कि कैसे धोनी ने उन्हें एक बड़े समस्या से बाहर निकलने में मदद की थी।
दरअसल भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (R.Ashwin) ने 2018-19 के ऑस्ट्रेलिया टूर के दौरान इंजरी की वजह से टीम से बाहर हो गए थे।
इसी को लेकर अश्विन ने कहा है कि इस दौरे से बाहर होने की वजह से वो मानसिक रूप से काफी परेशान हो गए थे। हालांकि पूर्व कप्तान एम एस धोनी (MS Dhoni) अक्सर जिस बात का जिक्र करते हैं उसकी वजह से उन्हें इस समस्या से बाहर निकलने में मदद मिली।
रविचंद्रन अश्विन ने क्रिकेट मंथली को दिए इंटरव्यू में बताया कि उस दौरान उन्हें किस तरह के मेंटल ट्रॉमा से गुजरना पड़ा था। हालांकि एम एस धोनी के एक कथन से उन्होंने प्रेरणा ली। उन्होंने कहा “मैं चीजों के बारे में काफी सोचता हूं। जब आप वापसी कर रहे हों और चोटिल हो जाएं तो वो बात आपके दिमाग में चलती रही है।
हालांकि इंजरी के बाद आपको उस तरह के मेंटल ट्रॉमा से गुजरना पड़े जिससे मैं गुजरा तब और भी मुश्किल हो जाता है। एम एस धोनी हमेशा कहते हैं कि प्रोसेस के बाद ही रिजल्ट मिलता है। मेरा मानना है कि मैंने पूरी तरह से प्रोसेस पर ध्यान दिया है। मैं लाखों-करोड़ों लोगों के आगे असफल होने से नहीं डरता हूं। कम से कम मुझे वहां जाकर खुद को आजमाने का तो मौका मिला जो कई सारे लोगों को नहीं मिलता है।”
बातचीत में आगे अश्विन ने इस बात को याद किया कि वह कैसे एक चोट के बाद दूसरी चोट से जूझे और फिर ठीक होकर लौटे, फिलहाल अश्विन टीम इंडिया के साथ दक्षिण अफ्रीका में है जहाँ वह टेस्ट सीरीज में एक्शन में नजर आएंगे।