टीम इंडिया की बर्मिंघम टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन का ऐलान होते ही क्रिकेट जगत में हलचल मच गई, और सबसे ज़्यादा चर्चा में रहा कुलदीप यादव का बाहर होना। इस फैसले पर क्रिकेट के दो सबसे सीनियर दिग्गज — सुनील गावस्कर और रवि शास्त्री — खुलकर नाराज़ दिखे।
कुलदीप यादव को क्यों नहीं चुना?
सुनील गावस्कर ने Sony Sports पर कहा कि अगर पिच पर टर्न था, जैसा कि सभी रिपोर्ट्स और एक्सपर्ट्स कह रहे थे, तो फिर कुलदीप यादव से बेहतर विकल्प कोई नहीं था। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कुलदीप हालिया फॉर्म में थे और पहले टेस्ट में भी उन्होंने इंग्लिश बल्लेबाज़ों को खासा परेशान किया था।
गावस्कर ने यह कहकर अपनी नाराज़गी जताई — “आपने पिछले टेस्ट में 830 रन बनाए, इसका मतलब आपकी बैटिंग तो ठीक है। फिर आप गेंदबाज़ी क्यों नहीं मजबूत कर रहे? आपको विकेट चाहिए थे, रन नहीं।”
बुमराह को आराम क्यों?
रवि शास्त्री ने जसप्रीत बुमराह को बाहर बैठाने के फैसले को “चौंकाने वाला” बताया। Sky Sports पर उन्होंने कहा, “आपका सबसे घातक तेज़ गेंदबाज़, जो कि पूरी तरह फिट है और सात दिन का ब्रेक ले चुका है — उसे आप आराम दे रहे हैं? यह टेस्ट क्रिकेट है, यहां हर मैच अहम होता है।”
शास्त्री ने यह भी कहा कि इंग्लैंड में बुमराह की स्विंग और सटीकता सबसे बड़ा हथियार होती, और उन्हें प्लेइंग इलेवन से हटाना रणनीतिक रूप से बहुत महंगा साबित हो सकता है।
प्लेइंग इलेवन में हुए बदलाव
टीम इंडिया ने तीन बदलाव किए — जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर और साई सुदर्शन को बाहर किया गया। उनकी जगह आकाश दीप, वॉशिंगटन सुंदर और नितीश रेड्डी को मौका दिया गया।
गावस्कर ने इस पर कहा कि वॉशिंगटन और रेड्डी जैसे ऑलराउंडर्स तभी काम आते हैं जब आपकी टॉप ऑर्डर फेल हो रही हो। लेकिन जब टीम पहली इनिंग में 430/3 होती है, तो नीचे की बल्लेबाज़ी गहराई की ज़रूरत नहीं होती — वहां तो आपको विकेट चाहिए।
फिर से अकेले लड़ाई?
गावस्कर ने आगाह किया कि अगर आकाश दीप को बाकी गेंदबाज़ों का साथ नहीं मिला, तो टीम फिर से एक ही गेंदबाज़ पर निर्भर रह जाएगी। और ऐसी स्थिति में इंग्लैंड जैसी आक्रामक टीम से मैच जीतना बेहद मुश्किल हो जाता है।
भारत पर अब दबाव
टीम इंडिया पहले ही टेस्ट मैच हार चुकी है। अगर दूसरा टेस्ट भी हाथ से निकल गया, तो इंग्लैंड सीरीज़ में 2-0 की अजेय बढ़त ले लेगा। ऐसे में भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला “करो या मरो” जैसा हो गया है।
दिग्गजों की बात सुनकर एक बात तो तय है — टीम इंडिया का यह चयन बहस का विषय बना रहेगा, खासकर तब अगर मैच का नतीजा फिर से निराशाजनक रहा।
FAQs
कुलदीप यादव को क्यों नहीं खिलाया गया?
टीम मैनेजमेंट ने दो ऑलराउंडर को प्राथमिकता दी, जिससे कुलदीप बाहर हो गए।
सुनील गावस्कर किस बात से नाराज़ थे?
गावस्कर को लगा कि विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की बजाय बल्लेबाज़ी को मज़बूत किया गया।
बुमराह को क्यों नहीं खिलाया गया?
वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते उन्हें आराम दिया गया, जिससे शास्त्री नाराज़ थे।
किस खिलाड़ी की जगह कुलदीप को लाया जा सकता था?
शार्दुल ठाकुर या सुंदर की जगह कुलदीप एक विकल्प हो सकते थे।
भारत अगर दूसरा टेस्ट हारता है तो क्या होगा?
इंग्लैंड 2-0 की अजेय बढ़त ले लेगा और भारत पर सीरीज हारने का खतरा बढ़ेगा।