भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, जो कभी टेस्ट कप्तानी के सबसे बड़े दावेदार माने जाते थे, अब इस दौड़ से बाहर हो गए हैं। उनकी हालिया पीठ की चोट और लगातार फिटनेस समस्याओं ने चयनकर्ताओं को उनके स्थान पर किसी और विकल्प की तलाश करने पर मजबूर कर दिया है।
सिडनी टेस्ट
जनवरी 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट के दौरान, बुमराह कप्तान के रूप में मैदान में उतरे थे। हालांकि, मैच के दूसरे दिन ही उन्हें पीठ में खिंचाव की समस्या हुई, जिसके कारण वे पूरे मैच से बाहर हो गए। इस चोट के चलते न केवल भारत को मैच में हार का सामना करना पड़ा, बल्कि बुमराह की कप्तानी की संभावनाओं को भी बड़ा झटका लगा ।
लगातार चोटें और चयनकर्ताओं की चिंता
सिडनी टेस्ट के बाद, बुमराह तीन महीने तक क्रिकेट से दूर रहे और चैंपियंस ट्रॉफी में भी हिस्सा नहीं ले पाए। IPL 2025 के शुरुआती मैचों में भी उनकी अनुपस्थिति रही। यह पहली बार नहीं था जब बुमराह चोट के कारण लंबे समय तक बाहर रहे हों, जिससे चयनकर्ताओं के मन में उनकी फिटनेस को लेकर संदेह उत्पन्न हुआ ।
शुभमन गिल
बुमराह की अनुपस्थिति में, युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने कप्तानी की दौड़ में बढ़त बना ली है। आईपीएल में गुजरात टाइटंस की कप्तानी करते हुए उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया है। वनडे और टी-20 में भी वे टीम इंडिया के उपकप्तान रह चुके हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, गिल को टेस्ट कप्तानी सौंपे जाने की संभावना है, जबकि ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया जा सकता है ।
विशेषज्ञों की राय
पूर्व क्रिकेटर आर अश्विन और संजय मांजरेकर जैसे दिग्गजों ने बुमराह की कप्तानी का समर्थन किया है। अश्विन ने ग्रेम स्मिथ का उदाहरण देते हुए कहा कि नेतृत्व क्षमता उम्र या अनुभव से नहीं, बल्कि व्यक्तित्व से आती है । वहीं, मांजरेकर ने चयनकर्ताओं से बुमराह की फिटनेस को लेकर चिंताओं के बावजूद उन्हें कप्तान बनाने की वकालत की है ।
जसप्रीत बुमराह की कप्तानी की संभावनाएं उनकी फिटनेस समस्याओं के कारण धुंधली पड़ गई हैं। अब सभी की निगाहें शुभमन गिल पर हैं, जो भारतीय टेस्ट टीम के नए युग की शुरुआत कर सकते हैं।