भारत बनाम इंग्लैंड के बीच इकलौता टेस्ट मुकाबला आज से शुरू होगा। आज भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह कप्तानी कटे हुए नज़र आयेंगे। जसप्रीत बुमराह इसे अपने करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं और उन्होने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट से पहले महेंद्र सिंह धोनी की सीख को याद किया, जिन्हें कप्तानी का कोई अनुभव नहीं होते हुए भी वह इतने सफल कप्तान बने।
बुमराह को मैच से एक दिन पहले ही पता चला कि वह इस मैच में भारत के कप्तान होंगे। भारत की नियमित कप्तान रोहित शर्मा अभ्यास मैच में कोरोना संक्रमित पाए गए थे। गुरुवार की सुबह दूसरी बार रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। जसप्रीत बुमराह 35 साल बाद बतौर तेज गेंदबाज भारत की ओर से कप्तानी करेंगे। अंतिम बार 1987 में कपिल देव ने ऐसा किया था।
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बुमराह ने कप्तानी की लेकर कहा, ”दबाव होने पर सफलता का मजा ही कुछ और होता है। मैं जिम्मेदारियों के लिये हमेशा तैयार हूं और मुझे चुनौतियां पसंद है। एक क्रिकेटर के तौर पर आप हमेशा खुद को दबाव के हालात में आंकना चाहते हैं। मैने कई क्रिकेटरों से बात की है जो समय के साथ निखरते गए हैं।”
उन्होंने कहा, ”मुझे याद है जब मैने एमएस (धोनी) से बात की थी। उन्होंने मुझे बताया था कि पहली बार भारत की कप्तानी करने से पहले वह किसी टीम के कप्तान नहीं थे। अब वह सबसे सफल कप्तानों में से एक माने जाते हैं।”
टेस्ट क्रिकेट में जनवरी 2018 में पदार्पण करने वाले बुमराह ने कहा, ”भारत के लिये टेस्ट खेलना हमेशा मेरा सपना था और टेस्ट मैच में कप्तानी करना करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है। मुझे खुशी है कि मुझे यह मौका मिला। मुझे खुद पर काफी भरोसा है। हमारा पूरा फोकस मैच पर है और हम पूरी तरह से तैयार है। खिलाड़ियों की भूमिका काफी अहम है। विराट की सलाह काफी महत्वपूर्ण होगी।”