एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी अब एक निर्णायक मोड़ पर है, और शुभमन गिल की कप्तानी पर सबकी नजरें टिकी हैं। हालांकि, तीसरे टेस्ट के बाद उनकी नेतृत्व शैली को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी का कहना है कि गिल “विराट कोहली की नकल” कर रहे हैं, और ये उनके प्रदर्शन पर असर डाल रहा है।
गिल की आक्रामकता बनी मुद्दा
स्पोर्ट्सबूम को दिए इंटरव्यू में तिवारी ने कहा कि गिल की आक्रामकता बनावटी लग रही है। उन्होंने कहा, “शुभमन का व्यवहार अब वैसा नहीं रहा जैसा पहले था। वो अंपायर से बहस करते हैं, स्टंप माइक पर अपशब्द सुनाई देते हैं — ये सब उनके असली स्वभाव से मेल नहीं खाता।”
हर आक्रामकता ज़रूरी नहीं होती
तिवारी ने यह भी कहा कि कप्तान को हमेशा बोलकर आक्रामक नहीं बनना होता। “टेस्ट मैच जीतना भी आक्रामकता होती है। जरूरत से ज्यादा दिखावा कप्तान की एनर्जी को खत्म कर देता है। शुभमन को अपनी पहचान बनाए रखनी चाहिए, किसी और का किरदार नहीं निभाना चाहिए।”
भाषा और व्यवहार पर चिंता
गिल के शब्दों और बॉडी लैंग्वेज को लेकर भी तिवारी चिंतित नजर आए। उन्होंने कहा, “जब टीम इंडिया का कप्तान स्टंप माइक पर गलत भाषा का इस्तेमाल करता है, तो यंग प्लेयर्स भी वही सीखते हैं। ये ट्रेंड खतरनाक हो सकता है, इसे यहीं रोकना चाहिए।”
विराट से तुलना
विराट कोहली की कप्तानी हमेशा जोश और ताव के लिए मशहूर रही है। लेकिन तिवारी का मानना है कि गिल को अपना रास्ता खुद तय करना चाहिए। “वो विराट नहीं हैं, और उन्हें वैसे बनने की कोशिश भी नहीं करनी चाहिए। हर खिलाड़ी का एक अलग अंदाज़ होता है — और वही उनकी ताकत बनता है।”
आगामी टेस्ट में अग्निपरीक्षा
शुभमन गिल की बतौर कप्तान यह पहली टेस्ट सीरीज़ है। रोहित शर्मा के रिटायरमेंट के बाद उन्हें जिम्मेदारी मिली है। लेकिन तीसरे टेस्ट में करीबी हार के बाद अब चौथा टेस्ट भारत के लिए ‘करो या मरो’ वाला हो गया है। ऐसे में गिल पर दबाव और ज़्यादा बढ़ गया है — कप्तान के तौर पर भी और बल्लेबाज़ के तौर पर भी।
FAQs
मनोज तिवारी को गिल से क्या दिक्कत है?
उनकी आक्रामक और नकल भरी कप्तानी से।
गिल की आक्रामकता किससे तुलना हो रही है?
विराट कोहली की कप्तानी से।
क्या गिल की कप्तानी का असर बल्लेबाज़ी पर पड़ा है?
तिवारी का मानना है कि हां।
भारत-इंग्लैंड चौथा टेस्ट कब है?
23 जुलाई से मैनचेस्टर में।
रोहित शर्मा ने कब कप्तानी छोड़ी थी?
उन्होंने टेस्ट कप्तानी से संन्यास लिया है।