लॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन भारत के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज ने इंग्लैंड के ओपनर बेन डकेट को आउट करने के बाद कुछ ज़्यादा ही जोश दिखा दिया, जो अब उन्हें भारी पड़ गया है। ICC ने सिराज को मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना और एक डिमेरिट पॉइंट दिया है।
मैदान पर क्या हुआ था?
ये घटना इंग्लैंड की दूसरी पारी के छठे ओवर में हुई। सिराज ने डकेट को आउट करने के बाद उनके सामने आकर बेहद करीब से ज़ोरदार जश्न मनाया। ICC ने इसे “निकटता में अत्यधिक उत्सव” बताया, जो अनुच्छेद 2.5 के तहत आचार संहिता का उल्लंघन है।
क्यों है ये नियम?
ICC के मुताबिक, ऐसा व्यवहार बल्लेबाज़ को उकसा सकता है और मैदान पर माहौल तनावपूर्ण बना सकता है। इसलिए खिलाड़ियों को इस तरह की हरकतों से दूर रहने की हिदायत दी जाती है।
पहले भी मिल चुका है डिमेरिट पॉइंट
यह सिराज का पिछले दो सालों में दूसरा डिमेरिट पॉइंट है। इससे पहले उन्हें दिसंबर 2024 में एडिलेड टेस्ट के दौरान यह अंक मिला था। ICC के नियमों के अनुसार, 24 महीनों में अगर कोई खिलाड़ी 4 डिमेरिट पॉइंट हासिल कर लेता है, तो उसे एक या अधिक मैचों से सस्पेंड किया जा सकता है।
सज़ा कैसे तय हुई?
सिराज ने अपने ऊपर लगे आरोप को स्वीकार किया और सुनवाई की ज़रूरत नहीं पड़ी। मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने यह सज़ा तय की, जो ऑन-फील्ड और टीवी अंपायरों की रिपोर्ट पर आधारित थी।
अंपायर्स जिन्होंने रिपोर्ट बनाई:
- ऑन-फील्ड: पॉल रीफेल, शरफुद्दौला इब्ने शाहिद
- थर्ड अंपायर: अहसान रज़ा
- फोर्थ अंपायर: ग्राहम लॉयड
अब सिराज को रहना होगा सतर्क
सिराज के खाते में अब दो डिमेरिट पॉइंट हो चुके हैं। दो और गलतियां उन्हें सीधे सस्पेंशन की तरफ ले जा सकती हैं। ऐसे में आने वाले मैचों में उन्हें ज़्यादा संयम दिखाने की ज़रूरत होगी।
FAQs
सिराज पर कितना जुर्माना लगा?
सिराज पर मैच फीस का 15% जुर्माना लगा।
डिमेरिट पॉइंट कितने हुए हैं?
सिराज के अब कुल 2 डिमेरिट पॉइंट हैं।
डिमेरिट पॉइंट किस नियम के तहत मिले?
ICC आचार संहिता के अनुच्छेद 2.5 के तहत।
पहला डिमेरिट पॉइंट कब मिला था?
एडिलेड टेस्ट, 7 दिसंबर 2024 को।
सस्पेंशन कब लग सकता है?
अगर 24 महीनों में 4 डिमेरिट पॉइंट हो जाएं।