क्रिकेट में हर शतक का एक स्कोर होता है, लेकिन कुछ पारियां दिल में उतर जाती हैं। मोनांक पटेल की सीएटल ऑर्कास के खिलाफ 93 रनों की पारी वैसी ही थी। 50 गेंदों में खेली गई यह पारी सिर्फ उनके करियर की नहीं, MLC के इतिहास की भी सबसे यादगार पारियों में शामिल हो चुकी है।
मैदान में भीगे आंखों वाले पल
मैच खत्म होते ही मोनांक की आंखों में आंसू थे—खुशी, सुकून और एक ज़िम्मेदारी से भरे हुए। यहां तक कि विरोधी टीम के कप्तान और वर्ल्ड नंबर-1 व्हाइट-बॉल बल्लेबाज़ हाइनरिच क्लासेन भी इसे अब तक की “सर्वश्रेष्ठ चेज़” में से एक बता बैठे। ये सिर्फ रन नहीं थे, एक भारतीय-अमेरिकन क्रिकेटर की अंतरराष्ट्रीय पहचान का लम्हा था।
मुश्किल पिच
सीएटल की पिच बाउंसी थी, हर गेंद एक सवाल बनकर आ रही थी। लेकिन मोनांक ने मैच की शुरुआत में ही फैसला कर लिया था कि वो पहले खुद को समय देंगे। 12 गेंदों पर सिर्फ 4 रन के बाद जो तूफान आया, उसमें ऑर्कास की हर योजना ध्वस्त हो गई।
जब शॉट्स ने कहानी कह दी
मिडविकेट पर मारा गया जसदीप सिंह की लेंथ बॉल पर छक्का हो, या ओबेड मैककॉय के खिलाफ खेला गया सटीक लैप शॉट – मोनांक के हर शॉट में क्लास और कंट्रोल दोनों था। और जब खुद वो कहें, “कवर ड्राइव अच्छा था, लेकिन मिडविकेट वाला छक्का मेरा फेवरिट है,” तो समझिए, उस एक शॉट में क्या मायने छिपे थे।
बाउचर की गाइडेंस
MI न्यूयॉर्क के कोच मार्क बाउचर ने इस पारी को “तकनीक और सोच का मेल” बताया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने मोनांक को बाउंसरों से निपटने का तरीका सिखाया—“अगर पिच पर भरोसा नहीं, तो रिएक्ट मत करो। गेंदबाज़ की ताकत को उसके खिलाफ इस्तेमाल करो।”
ब्रैसवेल के साथ ‘जोन’ में
मोनांक की ब्रैसवेल के साथ 119 रन की साझेदारी रही, जिसमें ब्रैसवेल ने 26 रन बनाए। लेकिन मोनांक खुद मानते हैं कि ब्रैसवेल की शांत सोच उन्हें फोकस में रखती है।
“वो बस कहते हैं – बॉल को देखो। ये छोटी बात बहुत बड़ी बन जाती है जब दिमाग भाग रहा हो।”
अमेरिका को मिला अपना क्रिकेटिंग चेहरा
निकोलस पूरन, डि कॉक और पोलार्ड जैसे सितारों के बीच मोनांक पटेल की चमक यह साबित करती है कि अमेरिका में क्रिकेट सिर्फ इंपोर्टेड टैलेंट का खेल नहीं है। यहां अपने खिलाड़ी भी हैं, जो हर मंच पर चमक सकते हैं। मोनांक ने साफ कहा,
“मैं कभी अमेरिका की जर्सी में इसी स्टेडियम में खेलना चाहता हूं।”
ये सिर्फ एक पारी नहीं थी, एक उम्मीद थी
जब कोई खिलाड़ी इतना खेलता है कि आंखें भी नम हो जाएं, तो समझिए वो सिर्फ क्रिकेट नहीं खेल रहा, वो इतिहास लिख रहा है। मोनांक पटेल ने उस रात सिर्फ 93 रन नहीं बनाए, उन्होंने अमेरिका में क्रिकेट का फ्यूचर बैट से गढ़ दिया।
FAQs
मोनांक पटेल ने कितने रन बनाए?
उन्होंने 93 रन 50 गेंदों में बनाए।
मोनांक की पारी किसके खिलाफ थी?
सीएटल ऑर्कास के खिलाफ।
हाइनरिच क्लासेन ने क्या कहा?
इसे सबसे बेहतरीन चेज़ में से एक बताया।
मोनांक ने ब्रैसवेल के साथ कितनी साझेदारी की?
119 रनों की मैच जिताऊ साझेदारी।
मोनांक किस टीम के लिए खेलते हैं?
MI न्यूयॉर्क और USA के लिए।