रणजी ट्रॉफी 2022 के सेमीफाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश ने बंगाल को 174 रनों से हराकर 23 साल बाद फाइनल में जगह पक्की करी ली है। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में मध्य प्रदेश इससे पहले 1999 के फाइनल में पहुंची थी। तब उनका मुकाबला कर्नाटक से हुआ था। फाइनल में मध्य प्रदेश का मुकाबला 41 बार चैंपियन बनी मुंबई से होगा।
मध्य प्रदेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था। मध्य प्रदेश की ओर से ओपनिंग बल्लेबाज़ हिमांंशु मंत्री ने 165 रनों की शानदार पारी खेली। हिमांंशु ने 327 गेंदों में 19 चौके और एक छक्का लगाकर 165 रन बनाए। इसके साथ ही अक्षत रघुवंशी ने भी 61 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम का स्कोर 341 रनों तक पहुंचाया। बंगाल की ओर से मुकेश कुमार ने चार, शाहबाज अहमद ने तीन और आकाशदीप ने दो विकेट चटकाए।
जवाब में बंगाल की टीम केवल 273 रनों पर ऑल आउट हो गई। बंगाल की आधी टीम मात्र 54 रनों पर ही पवेलियन लौट चुकी थी। इसके बाद मनोज तिवारी और शाहबाज अहमद ने पारी को संभाला। दोनों के बीच 183 रनों की साझेदारी हुई। मनोज तिवारी ने 102 रनों की और शाहबाज अहमद ने 116 रनों की पारी खेली। परंतु बंगाल की पूरी टीम केवल 273 रनों पर ऑल आउट हो गई। जिसके चलते मध्य प्रदेश को 68 रनों की बढ़त हासिल हुई।
दूसरी पारी में मध्य प्रदेश की टीम 281 रनों पर ऑल आउट हो गई। दूसरी पारी में रजत पाटीदार ने 79 और आदित्य श्रीवास्तव ने 82 रनों की शानदार पारी खेली। मध्य प्रदेश ने बंगाल के सामने 350 रनों का लक्ष्य रखा। 350 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बंगाल की टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। बंगाल ने अपना पहला विकेट पारी की पहली गेंद पर ही खो दिया। इसके बाद अभिमन्यु ने पारी को संभाला।
उन्होंने 78 रनों की शानदार पारी खेली। परंतु दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते रहने के कारण बंगाल की टीम 175 रनों पर ऑल आउट हो गई और मध्य प्रदेश यह मैच 174 रनों से जीत गया।