आईपीएल 202 के 34 वें मैच में शुक्रवार को राजस्थान रॉयल्स ने दिल्ली कैपिटल्स को 15 रनों से हरा दिया, मैच की दूसरी पारी के अंतिम ओवर में ऋषभ पंत और दिल्ली कैपिटल्स के प्लेयर्स ने जिस तरह से खेल को रोका पूरे सोशल मीडिया पर उसी की चर्चा हो रही है।
दरअसल मैच की दूसरी पारी में तब गजब का ड्रामा देखने को मिला जब दिल्ली के बल्लेबाज रोवमेन पॉवेल 20 वें ओवर की पहली तीन गेंदों में छक्के जड़ दिए थे, तीसरी गेंद को देखने पर लगा कि गेंद बल्लेबाज के कमर के ऊपर नो बॉल है। लेकिन, अंपायर ने इसे नो बॉल नहीं दिया। और यही से विवाद गहरा गया।
विवाद इस हद तक बढ़ गया कि ऋषभ पंत ने बल्लेबाजो को वापस बुलाने लगे जिसके बाद पूरा ड्रामा हुआ और समझाने के बाद मैच जारी हुआ। मैच के बाद राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने ‘नो-बॉल’ संबंधित बहस पर कहा कि यह फुल टॉस गेंद थी जिसे अंपायर ने इसे सामान्य गेंद दिया और वह अपने फैसले पर अडिग रहे।
पहले बल्लेबाजी करते हुए जोस बटलर (116 रन) के शतक और साथी सलामी बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल (54 रन) के साथ पहले विकेट के लिये 155 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की बदौलत राजस्थान रॉयल्स ने दो विकेट पर 222 रन बनाये। दिल्ली कैपिटल्स 20 ओवर में आठ विकेट पर 207 रन ही बना सकी।
बताते चले कि दिल्ली कैपिटल्स को जीत के लिए अंतिम ओवर में 36 रन चाहिए थे। रावमैन पॉवेल (28 रन, 15 गेंद, पांच छक्के) ने ओबेद मैकॉय की पहली तीन गेंदों पर छक्के जड़ दिये। लेकिन तीसरी गेंद को ‘नो-बॉल’ करार नहीं करने पर दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत अपने खिलाड़ियों को मैदान से बाहर बुलाने लगे। कोच प्रवीण आमरे इशारे से ‘नो-बॉल’ चेक करने को कह रहे थे, इससे कुछ देर तक मैच रूक गया।