शुभमन गिल को जब इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के लिए भारत की कप्तानी दी गई, तो क्रिकेट जगत थोड़ा चौंक गया। एक यंग बल्लेबाज़ को इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी? लेकिन जो लोग गिल के पूरे सफर से वाकिफ हैं, उन्हें पता है कि ये फैसला अचानक नहीं लिया गया।
युवराज सिंह और पिता की भूमिका
गिल की इस सफलता में दो लोगों की सबसे बड़ी भूमिका मानी जा रही है – उनके पिता और भारतीय क्रिकेट के दिग्गज युवराज सिंह।
पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह, जो खुद भी भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं और युवराज के पिता हैं, उन्होंने ANI से बातचीत में कहा कि शुभमन गिल की सफलता का असली श्रेय उनके पिता और युवराज को जाता है।
मेंटरशिप जिसने गिल को बदल दिया
योगराज सिंह के मुताबिक, युवराज सिंह ने गिल के करियर को सही दिशा देने में एक मेंटर की तरह काम किया। उन्होंने कहा, “अगर गिल आज कप्तान हैं, और लंबे समय तक रहेंगे, तो इसका बड़ा कारण युवराज की सलाह और गाइडेंस है।”
उनका मानना है कि युवराज जैसा एक्सपीरियंस्ड क्रिकेटर जब किसी यंग प्लेयर को गाइड करता है, तो फर्क दिखता है।
पहले से है लीडरशिप का अनुभव
हालांकि शुभमन गिल ने अब तक टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी नहीं की है, लेकिन उन्हें टीम लीड करने का अनुभव पहले से है। 2024 में ज़िम्बाब्वे दौरे पर उन्होंने भारत की T20 टीम की कप्तानी की थी और IPL में भी गुजरात टाइटंस के कप्तान रह चुके हैं।
इसके अलावा वो वनडे और T20 फॉर्मैट में टीम इंडिया के उपकप्तान भी रह चुके हैं। 2025 में UAE में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में उन्होंने रोहित शर्मा के डिप्टी के तौर पर टीम को जीत दिलाने में मदद की।
टेस्ट क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन
शुभमन गिल ने टेस्ट क्रिकेट में अब तक 32 मैच खेले हैं और 1,893 रन बनाए हैं, जिसमें 5 शतक शामिल हैं। उनकी टेक्नीक, शांत रवैया और निरंतर परफॉर्मेंस ने उन्हें एक भरोसेमंद खिलाड़ी बना दिया है, जो अब टीम को लीड करने के लिए तैयार है।
इंग्लैंड के खिलाफ स्क्वाड
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज़ के लिए भारतीय टेस्ट टीम की घोषणा हो चुकी है। इसमें शुभमन गिल को कप्तान और ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया गया है। स्क्वाड में यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, रविंद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी शामिल हैं, जो गिल के साथ मिलकर टीम को बैलेंस देंगे।
युवा नेतृत्व की नई शुरुआत
शुभमन गिल अब सिर्फ एक टैलेंटेड बल्लेबाज़ नहीं, बल्कि एक ऐसे लीडर बन चुके हैं जिन पर टीम इंडिया को गर्व हो सकता है।
उनके पिता का भरोसा, युवराज सिंह का मार्गदर्शन और खुद गिल की मेहनत – इन तीनों ने मिलकर भारतीय क्रिकेट को एक नया युग देने की नींव रखी है।
गिल की सोच, उनका शांत व्यवहार और सीखने का जज़्बा उन्हें इस रोल में और भी निखार सकता है। आने वाले वक्त में वो टीम इंडिया के लिए ताज़ी हवा का झोंका साबित हो सकते हैं।
FAQs
शुभमन गिल को कप्तानी कैसे मिली?
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के लिए भारतीय टीम की घोषणा में गिल को कप्तान बनाया गया। उनके प्रदर्शन, अनुभव और मेंटरशिप ने उन्हें इस रोल के लिए तैयार किया।
क्या शुभमन पहले भी कप्तानी कर चुके हैं?
हां, उन्होंने ज़िम्बाब्वे में भारत की T20 टीम को लीड किया है और IPL में GT के कप्तान भी रह चुके हैं।
युवराज सिंह की भूमिका क्या रही?
युवराज सिंह ने गिल को गाइड किया, ट्रेंड किया और एक मेंटर की तरह उनका करियर बनाने में अहम योगदान दिया।
गिल का टेस्ट रिकॉर्ड कैसा है?
गिल ने अब तक 32 टेस्ट खेले हैं, जिसमें उन्होंने करीब 1,893 रन बनाए हैं और 5 शतक भी लगाए हैं।