अंतिम ओवर में गुजरात टाइटंस को जीत के लिए 19 रनों की जरूरत थी, अंतिम दो गेंदों में दो छक्के लगा राहुल तेवतिया ने मैच को पूरी तरह से अपने गिरफ्त में ले लिया लेकिन एक कहानी और भी जो उस दो गेंद से पहले घटी। अगर गेंदबाज स्मिथ एक गलती नहीं करते हुए तेवतिया के दो छक्कों के बावजूद गुजरात के हाथ जीत न लगती।
दरअसल अंतिम ओवर की तीन गेंदों पर टीम को जीत के लिए 13 रनों की जरूरत थी, स्मिथ ने चौथी गेंद डाली जिसपर मिलर ने डिफेंड किया और गेंद को खुद स्मिथ ने फील्ड किया। हालाँकि गेंद पर फील्ड करने के बाद स्मिथ ने रन आउट करने के लिए नॉन स्ट्राइकर एन्ड पर थ्रो कर दिया जिससे बेवजह गुजरात को ओवरथ्रो के एक रन मिल गए।
इस ओवरथ्रो के चलते अब मिलर की जगह तेवतिया स्ट्राइक पर पहुंच चुके थे साथ ही दो गेंदों में अब 13 की जगह 12 चाहिए थे। अगर स्मिथ ने यह गलती नहीं की होती तो मिलर के स्ट्राइक पर रहते हुए गुजरात को दो गेंदों में 13 रन बनाने होते जो की संभव नहीं होता और अगर दो छके भी लगते तो मैच सुपरओवर तक जाता।
मैच की बात करें तो पंजाब ने पहले बल्लेबाजी करते हुए लिविंगस्टोन के 64 रनों के दम पर गुजरात के सामने 190 रनों का लक्ष्य रखा था। इस स्कोर का पीछा करने उतरी गुजरात को 32 के स्कोर पर पहला झटका मैथ्यू वेड के रूप में लगा था। मगर इसके बाद शुभमन गिल और साईं सुदर्शन (35) ने शतकीया साझेदारी कर टीम को स्कोर के नजदी पहुंचाया।
गुजरात को आखिरी ओवर में 19 रन की जरूरत थी। पहली चार गेंदों पर मात्र 7 ही रन आए थे। ऐसे में गुजरात की जीत नामुमकिन सी लग रही थी, मगर तब तेवतिया ने ओडियन स्मिथ की दो गेंदों पर दो छक्के लगाकर टीम को जीत दिलाई। इसी के साथ गुजरात ने जीत की हैट्रिक भी लगाई।