भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के सदस्यों के लिए एक महत्त्वपूर्ण संदेश पेश किया है, टेस्ट क्रिकेट को बचाए रखना खेल के शीर्ष प्रारूप की महत्ता को सुनिश्चित करने का कर्तव्य है। उनका मानना है कि टेस्ट क्रिकेट ही वह आधार है जिस पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट निर्भर करता है।
रोहित शर्मा ने बताई टेस्ट मैच की अहमियत
हाल ही में, दक्षिण अफ्रीका ने अपने शीर्ष खिलाड़ियों को एसए 20 लीग में खेलने की अनुमति देकर न्यूजीलैंड के दौरे के लिए दूसरी श्रेणी की टेस्ट टीम का चयन किया। इससे सात खिलाड़ियों को मौका मिला जो अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेले हैं।
रोहित शर्मा का यह विचार बड़ी मात्रा में महत्त्वपूर्ण है। वे उन समय की याद दिलाते हैं जब टेस्ट क्रिकेट ही खेल का सर्वोच्च रूप था। इसलिए, उनका इस मामले में विशेष ध्यान देना और इसे बचाव करना उचित है।
विश्व क्रिकेट में हो रही बड़ी आलोचना
फ्रेंचाइजी क्रिकेट में टीमों के स्वामित्व का मामला भी खिलाड़ियों के चयन में महत्त्वपूर्ण है। आईपीएल टीमों के मालिकों को फ्रेंचाइजी क्रिकेट को प्राथमिकता देने के फैसले की विवादित स्थिति बन गई है। इससे विश्व क्रिकेट में कड़ी आलोचना हो रही।
रोहित शर्मा का यह संदेश हमें यह समझाता है कि टेस्ट क्रिकेट का महत्त्व सिर्फ भारतीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि खेल के सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था में है। वे इसे बचाव करने और बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं।
रोहित शर्मा ने दिया बड़ा संदेश
इस समय, खेल के शीर्ष प्रारूप को सुरक्षित रखने के लिए खिलाड़ियों की संरचना और अनुशासन महत्त्वपूर्ण है। रोहित शर्मा के इस संदेश को सुनते हुए, उनकी आवाज और मान्यता खेल के विकास में महत्त्वपूर्ण हैं और हमें इसे समझने और अपनाने की जरूरत है। टेस्ट क्रिकेट को बचाए रखना खेल की विरासत को सम्मान और सुरक्षा देना है। रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों का समर्थन करना खेल के लिए एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
आपको बताना चाहते कि टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के इस बयान ने पूरे क्रिकेट की दुनिया को और साथ-साथ आम आदमी को समझाया है की टेस्ट क्रिकेट की क्या अहमियत होती है। इसके बिना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दाखिला मिलना मुश्किल हो जाता है। इसीलिए टेस्ट क्रिकेट को हमेशा महत्त्व देना काफी ज्यादा जरूरी होता है।