भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच महिला विश्व कप का आखरी लीग मैच खेला गया जो की बेहद ही रोमांचक तरीके से अफ्रीका के झोली में गया। मुकाबले में उतार चढ़ाव लगातार होता रहा लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने अंतिम गेंद पर इस मैच को अपने नाम कर लिया।
बड़ी बात ये है कि अगर अंतिम ओवर की पांचवी गेंद नो बॉल नहीं हुई होती तो शायद भारत ये मैच जीत सकता था, इस हार के साथ भारत का टूर्नामेंट में सफर खत्म हो गया. करो या मरो मैच में अफ्रीका ने भारत को 3 विकेट से हराया।
अंतिम ओवर का रोमांच
अंतिम ओवर में दक्षिण अफ्रीका की टीम को जीत के लिए 7 रन की जरूरत थी, पहले गेंद पर सिंगल फिर दूसरे गेंद पर एक शानदार रन आउट हुआ। तीसरी और चौथी गेंद पर फिर से एक एक सिंगल हुआ। अब दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए दो गेंदों में 3 रन की जरूरत।
दीपति शर्मा की पांचवी गेंद और स्ट्राइक पर अनुभवी, जमी हुई du Preez ने लॉन्ग ऑन पर हवा में शॉट खेला लेकिन गेंद ने हरमनप्रीत की हाथों को चुना। भारतीय खिलाड़ी और करोड़ों फैंस में उत्साह लेकिन अंपायर के no ball के इशारे ने सब पर पानी फेर दिया। .
दो गेंदों पर अब जीत के लिए मात्र 2 रन चाहिए थे जिसे दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने आसानी से एक एक करके पूरा किया और अंतिम गेंद पर करोड़ों भारतीयों के सपने को चकनाचूर कर दिया।
मैच समरी
मैच की बात करें तो भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 274 रन बनाए थे। ओपनर स्मृति मंधाना ने 71 रन, कप्तान मिताली राज ने 68, शेफाली ने 53 रन रन की पारी खेली। जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम ने 7 विकेट गंवाकर 275 रन बनाते हुए मैच जीत लिया।