विराट का दिल जीतने वाला कदम, रिंकू सिंह को गिफ्ट किया अपना बैट

आप बिलकुल सही कहते हैं कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक भावना है। इस बार आईपीएल में विराट कोहली द्वारा की गई एक घटना इसी भावना को दर्शाती है। कोहली ने अपने प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी को सम्मान देते हुए अपना बल्ला उपहार स्वरूप दिया। यह एक बेहद ही प्रेरणादायक और दिल को छू लेने वाली घटना है।

एक महान खिलाड़ी होने के बावजूद, कोहली ने अपने प्रतिद्वंद्वी को सम्मान दिखाया। उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर लड़ाई लड़ते हुए भी अपने विरोधी खिलाड़ी के प्रति आदर और सम्मान का भाव रखा। यह दर्शाता है कि सफलता और प्रसिद्धि के बावजूद, कोहली अपने मूल्यों और नैतिकता से कभी समझौता नहीं करते।

इस घटना से यह भी पता चलता है कि कोहली युवा प्रतिभाओं को कितना सम्मान देते हैं। उन्होंने अपना बल्ला एक युवा खिलाड़ी को देकर उसे प्रोत्साहित किया और उसके आत्मविश्वास को बढ़ाया। यह युवा पीढ़ी के लिए एक बेहतरीन प्रेरणा है।

निस्संदेह, यह घटना क्रिकेट की भावना और खेल भावना को दर्शाती है। यह दिखाती है कि सफलता और विजय के बीच भी, खिलाड़ियों के पास एक-दूसरे के लिए सम्मान और आदर रखने की क्षमता होनी चाहिए। ऐसी घटनाएं क्रिकेट को और भी समृद्ध बनाती हैं।

कोहली ने रिंकू सिंह को गिफ्ट किया अपना बैट

आरसीबी और केकेआर के बीच खेले गए मुकाबले में विराट कोहली ने एक बेहद दिलचस्प कदम उठाया। उन्होंने केकेआर के विस्फोटक बल्लेबाज रिंकू सिंह को अपना बल्ला गिफ्ट में दे दिया। मैच के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी एक-दूसरे से मिल रहे थे और इसी दौरान यह घटना घटी। कोहली ने रिंकू को अपना बल्ला देकर उसे सम्मानित किया और क्रिकेट की भावना को दर्शाया।

एक अनुभवी और सफल खिलाड़ी द्वारा एक युवा प्रतिभा को इस तरह सम्मान देना बहुत ही सराहनीय और प्रेरणादायक कदम है। इससे रिंकू को भी और प्रोत्साहन मिलेगा कि वह भी कोहली की तरह एक महान बल्लेबाज बन सकता है। यह घटना क्रिकेट जगत में सद्भावना और आदर भावना को दर्शाती है।

दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को गले लगाया

आरसीबी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें कोहली और रिंकू एक-दूसरे को गले लगाते हुए दिखाई दिए। इस वीडियो में कोच एंडी फ्लावर भी दिखे, जो बेंगलुरु के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे।

कोहली की अर्धशतकीय पारी

इस मुकाबले में कोहली ने 59 गेंदों में 83 रन की पारी खेली, जिसमें 4 चौके और 4 छक्के शामिल रहे। यह उनकी इस सीजन की लगातार दूसरी अर्धशतकीय पारी थी। हालांकि, धीमी गति के कारण उनकी आलोचना भी हुई। वहीं, केकेआर ने फिल सॉल्ट, सुनील नारायण, वेंकटेश अय्यर और कप्तान श्रेयस अय्यर की शानदार पारियों की बदौलत 19 गेंद शेष रहते ही 7 विकेट से मैच जीत लिया।

विराट कोहली का यह कदम दिखाता है कि खेल के मैदान पर दुश्मनी नहीं, बल्कि आपसी सम्मान और सद्भाव होनी चाहिए। क्या आप भी इस घटना से प्रेरित हुए? नीचे कमेंट करके अपने विचार साझा करें।

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