आईपीएल अपने खेल के लिए काफी मशहूर है। इस बार आईपीएल में खेलने वाले खिलाडियों में बहुत फेर बदल हुई है। बड़े बड़े खिलाडी पहले दूसरे टीम से खेलते थे अब किसी और टीम के साथ हैं। उसी में से एक है भारत के बेहतरीन स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल जिनके साथ हुए 9 साल पहले के घटना को उन्होंने हाल में ही शेयर किया था। शेयर करते ही पूरे भारतीय क्रिकेट जगत में सनसनी फैल गई है।
चहल इस साल राजस्थान रॉयल्स टीम के लिए खेल रहे हैं। उन्होंने एक चाट प्रोग्राम में रविचंद्रन अश्विन के साथ चर्चा में खुलासा किया कि 9 साल पहले साल 2013 में आईपीएल मैच के बाद एक खिलाड़ी ने उन्हें शराब के नशे में 15वीं मंजिल की बालकनी से लटका दिया था। अगर उस दौरा अगर जरा सी भी चूक हो जाती तो उनकी जान जा सकती थी। वो मौत के बेहद करीब आ गए थे।
सबको पता चलना चाहिए उस खिलाड़ी का नाम
इस वाकये के बाद वीरेंद्र सहवाग ने चहल से उस खिलाड़ी का नाम सार्वजनिक करने को कहा है। सहवाग ने फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस फिल्म के ऐसे ही एक दृश्य की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, चहल के मुताबिक उन्हें नशे की हालत में बालकनी से लटकाने वाले खिलाड़ी का नाम बताया जाना चाहिए। अगर ये घटना सच है तो इसे मजाक में नहीं लेना चाहिए। सबसे ज्यादा ये जानना जरूरी है कि आखिरकार उस दिन हुआ क्या था और मामले की गंभीरता को देखते हुए क्या एक्शन लिए गए थे।
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— Rajasthan Royals (@rajasthanroyals) April 7, 2022
नशे की हालत में 15वीं मंजिल से लटका दिया था
चहल ने वीडियो में कहा, ‘मैंने यह स्टोरी कभी सुनाई नहीं है, लेकिन अब लोग इसके बारे में जानेंगे। यह 2013 की बात है, जब मैं मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा था। हमारा एक मैच बैंगलोर में था। मैच के बाद एक गेट-टुगेदर था। उसी में एक खिलाड़ी था, जो शराब के नशे में था मैं उसका नाम नहीं लूंगा। वह बहुत ज्यादा नशे में था। वह काफी देर से मुझे घूर रहा था, फिर उसने मुझे बुलाया।’
चहल ने आगे कहा, ‘वह मुझे बाहर ले गया और बालकनी से मुझे टांग दिया। मेरे हाथ उसके गले पर लिपटे हुए थे। अगर मेरी ग्रिप छूट जाती तो… मैं 15वीं मंजिल पर था। अचानक वहां मौजूद बहुत से लोग आए, उन्होंने इस पूरी स्थिति को संभाला। मैं बेहोश सा हो गया था, मुझे लोगों ने पानी दिया। उस दिन मुझे समझ में आया कि हमें बाहर जाते हुए कितना जिम्मेदार होना चाहिए। तो यह ऐसी घटना थी जिसको लेकर मुझे लगता है कि मैं बाल-बाल बचा था। थोड़ी सी गलती होती और मैं नीचे गिर गया होता।’
हलक में अटक गई थी जान
उन्होंने आगे कहा, अचानक वहां मौजूद बहुत से लोग आए, उन्होंने इस पूरी स्थिति को संभाला। मैं बेहोश सा हो गया था, मुझे लोगों ने पानी दिया। उस दिन मुझे समझ में आया कि हमें बाहर जाते हुए कितना जिम्मेदार होना चाहिए। तो यह ऐसी घटना थी जिसको लेकर मुझे लगता है कि मैं बाल-बाल बचा था। थोड़ी सी गलती होती और मैं नीचे गिर गया होता।’