श्रेयस अय्यर ने भले ही क्वालिफायर 2 में मैच विनिंग पारी खेली हो, लेकिन रविचंद्रन अश्विन की नजर में इस जीत के असली हीरो और भी थे – जॉश इंग्लिस और नेहल वढेरा। अश्विन ने अपने शो “Ash ki Baat” में खुलकर कहा कि अय्यर की चमक में इन दो खिलाड़ियों का अहम योगदान कहीं दब ना जाए।
जॉश इंग्लिस
पावरप्ले के दौरान जॉश इंग्लिस ने वो कर दिखाया जो कई बल्लेबाज़ करने से डरते हैं – जसप्रीत बुमराह पर अटैक। सिर्फ 21 गेंदों में 38 रन बनाते हुए उन्होंने एक ऐसा ओवर खेला जिसमें बुमराह की रणनीति ही हिल गई।
अश्विन ने कहा, “जब बुमराह विकेट लेने आए, इंग्लिस ने उल्टा उन पर 20 रन ठोक दिए। एक स्लोअर बॉल पर छक्का और एक थर्ड मैन के ऊपर से शानदार शॉट – यहीं से मैच का रुख बदला।”
नेहल वढेरा
इंग्लिस के आउट होने के बाद जब थोड़ा दबाव बढ़ा, तब नेहल वढेरा ने कप्तान अय्यर का साथ निभाया। दोनों के बीच 84 रन की साझेदारी हुई और रन रेट कभी भी हाथ से नहीं फिसला।
वढेरा ने 29 गेंदों पर 48 रन बनाकर दिखा दिया कि वो मिडिल ओवर्स में गेम को कैसे कंट्रोल कर सकते हैं।
प्रियांश आर्य
अश्विन ने प्रियांश आर्य की शुरुआत को भी सराहा। भले ही वो 10 गेंदों में 20 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन उनकी पारी ने शुरुआती झटकों के बावजूद पंजाब को लय में रखा।
अश्विन का साफ संदेश
“श्रेयस ने कप्तानी और बल्लेबाज़ी में कमाल किया, लेकिन इस तरह के नॉकआउट मैचों में छोटी-छोटी पारियों का असर बहुत बड़ा होता है। इंग्लिस और वढेरा जैसे खिलाड़ियों को भी वही पहचान मिलनी चाहिए।”
अब फाइनल की बारी
पंजाब किंग्स अब 3 जून को RCB से भिड़ेगा। अगर टीम का बैलेंस ऐसा ही रहा – जहां हर खिलाड़ी अपनी भूमिका निभा रहा है – तो IPL की पहली ट्रॉफी दूर नहीं।
श्रेयस अय्यर के नाम भले ही रिकॉर्ड्स जुड़ रहे हों, लेकिन इंग्लिस और वढेरा जैसे खिलाड़ी ही वो अनदेखे हीरो हैं जो टीम को चुपचाप जीत की ओर ले जाते हैं।
FAQs
जॉश इंग्लिस ने बुमराह के खिलाफ क्या किया?
उन्होंने पावरप्ले में बुमराह के खिलाफ 20 रन बनाए।
नेहल वढेरा की पारी कितनी अहम थी?
वढेरा ने अय्यर के साथ 84 रनों की साझेदारी की।
श्रेयस अय्यर कितनी टीमों को फाइनल में ले गए हैं?
तीन—DC, KKR और PBKS।
प्रियांश आर्य ने MI के खिलाफ क्या किया?
10 गेंदों में 20 रन बनाकर तेज़ शुरुआत दी।
PBKS पिछली बार कब फाइनल में पहुंची थी?
2014 में, जब उन्होंने KKR से हार झेली थी।