क्रिकेट में फील्डर्स का बाउंड्री लाइन पर हवा में उछलते हुए कैच लेना हमेशा से फैंस को रोमांचित करता रहा है। लेकिन ICC अब इस रोमांच को एक नियम की स्पष्ट सीमा देना चाहता है। बाउंड्री के बाहर से बार-बार गेंद को छूकर कैच लेने जैसी तकनीकों को लेकर अब सख्ती बढ़ा दी गई है।
क्या है नया प्रस्ताव?
अब तक अगर कोई फील्डर बाउंड्री के अंदर से कूदकर हवा में गेंद को छूता और फिर वापस अंदर आकर कैच पूरा करता, तो उसे वैध माना जाता था। लेकिन माइकल नेसर जैसे उदाहरण, जहां फील्डर कई बार बाउंड्री के बाहर हवा में गेंद को छूता है, अब वैध नहीं रहेंगे।
ICC के नए नियमों की झलक
- अगर कोई फील्डर गेंद को छू रहा है और जमीन को भी, तो उसका पूरा शरीर बाउंड्री के अंदर होना चाहिए।
- पहला स्पर्श अगर हवा में है, तो वह बाउंड्री के अंदर से ही शुरू होना चाहिए।
- दो फील्डर्स अगर involved हैं, तो दोनों को यही नियम फॉलो करने होंगे।
- बाउंड्री के बाहर से एक बार ही गेंद को हवा में छूने की इजाजत होगी। इसके बाद दोबारा तब तक गेंद नहीं छू सकते जब तक अंदर ना लौटें।
- अगर गेंद को अंदर पररी किया गया है, तो उस समय फील्डर का पूरा शरीर अंदर होना जरूरी है — वरना बाउंड्री दी जाएगी।
क्यों आई यह सख्ती?
माइकल नेसर का कैच एक अहम मिसाल बना, जिसमें उन्होंने बाउंड्री के अंदर से बाहर, फिर हवा में गेंद को उछालकर वापस कैच लिया। यह भले ही नियमों के मुताबिक सही था, लेकिन कई फैंस को यह ट्रिक जैसा लगा।
इसी तरह के विवादों को रोकने के लिए ICC ने MCC को नियमों की भाषा को सरल और कड़ा बनाने का सुझाव दिया।
हरलीन देओल जैसे कैच अब भी वैध
हरलीन देओल का इंग्लैंड के खिलाफ बाउंड्री लाइन पर लिया गया यादगार कैच अब भी वैध रहेगा, क्योंकि उन्होंने गेंद को छूने से पहले दोबारा बाउंड्री के अंदर आकर उसे पकड़ा था।
नए नियमों की भाषा (संक्षेप में)
नियम 19.5.2: अगर कोई फील्डर गेंद को छूने से पहले आखिरी बार बाउंड्री के अंदर जमीन पर नहीं था, तो उसे बाउंड्री के बाहर माना जाएगा।
नियम 19.5.2.1: बाउंड्री के बाहर से गेंद को हवा में छूने की इजाजत एक बार है, लेकिन अगला जमीन से संपर्क बाउंड्री के अंदर ही होना चाहिए।
नियम 19.5.2.2: अगर गेंद को अंदर पररी किया गया है, तो फील्डर को गेंद मरी होने तक पूरी तरह अंदर रहना होगा।
रोमांच बना रहे
ICC का कहना है कि इन बदलावों का मकसद फील्डिंग को स्पेक्टैक्युलर बनाए रखना है, लेकिन साथ ही “बाउंड्री के बाहर जाकर फील्डिंग” करने की प्रवृत्ति को रोकना भी ज़रूरी है। ये नए नियम 2026 से लागू होंगे, लेकिन कुछ बिंदु इस महीने से ही ICC की प्लेइंग कंडीशन का हिस्सा बन सकते हैं।
FAQs
क्या बाउंड्री के बाहर से कैच अब मान्य होगा?
नहीं, अब एक बार ही हवा में गेंद छू सकते हैं, फिर अंदर उतरना अनिवार्य है।
क्या हरलीन देओल का कैच अब भी वैध रहेगा?
हाँ, क्योंकि उन्होंने नियमों के अनुसार बाउंड्री के अंदर आकर कैच पूरा किया।
‘बनी हॉप’ कैच क्या है?
जहां फील्डर बार-बार हवा में गेंद को छूता है और बाउंड्री से बाहर रहकर कैच लेता है।
ये नया नियम कब लागू होगा?
आईसीसी प्लेइंग कंडीशन में अब से लागू, MCC के नियम में 2026 से शामिल होगा।
क्या रिले कैच में नया नियम लागू होगा?
हाँ, पररी करने वाले फील्डर को पूरी तरह बाउंड्री के अंदर उतरना होगा।