भारत की दृष्टिबाधित महिला क्रिकेट टीम आज सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि इतिहास के बेहद करीब खड़ी है। पहले टी20 वर्ल्ड कप में उन्होंने अब तक पांचों मैच जीतकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है।
टूर्नामेंट की शुरुआत
11 नवंबर से शुरू हुए इस वर्ल्ड कप में भारत के साथ नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका भी हिस्सा ले रहे हैं। शुरुआती मुकाबले बेंगलुरु में हुए, और अब नॉकआउट श्रीलंका के कोलंबो में हो रहे हैं।
कहां से आई टीम?
भारत की 16 सदस्यीय टीम देश के नौ राज्यों से आई है — गांवों और छोटे शहरों से निकलकर, इन लड़कियों ने तमाम मुश्किलों को पीछे छोड़कर यहां तक का सफर तय किया है।
सपनों की कप्तान
कर्नाटक की दीपिका टीसी इस टीम की कप्तान हैं। एक हादसे में दृष्टि खोने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी। अब वो कहती हैं, “हमें भी वही करना है जो इस महीने की शुरुआत में भारत की मुख्य महिला टीम ने किया — वर्ल्ड कप जीतना।”
गांव से ग्लोबल तक
महाराष्ट्र की उप-कप्तान गंगा कदम, जम्मू-कश्मीर की अनेखा देवी, ओडिशा की फुला सरन और मध्य प्रदेश की सुनीता सराठे — हर नाम के पीछे एक अलग कहानी है, लेकिन मकसद एक ही है: भारत के लिए खेलना।
खास नियम, खास खेल
ब्लाइंड क्रिकेट में आवाज़ करने वाली बॉल होती है, गेंद अंडरआर्म फेंकी जाती है और B1, B2, B3 — तीन तरह के खिलाड़ियों का संतुलन जरूरी होता है। B1 खिलाड़ियों के हर रन को दोगुना गिना जाता है।
कठिन सफर, सुनहरा मौका
महिलाओं के लिए ये पहला ब्लाइंड क्रिकेट वर्ल्ड कप है। पुरुषों के लिए ये फॉर्मेट पहले से था, लेकिन महिला टीम की शुरुआत 2019 में हुई और 2023 में पहली अंतरराष्ट्रीय सीरीज़ खेली गई।
CABI की भूमिका
क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड इन इंडिया (CABI) ने इस टीम को खड़ा किया। इसके अध्यक्ष महंतेश जीके कहते हैं, “शुरुआत आसान नहीं थी — पैसे, सपोर्ट, सब जुटाना पड़ा। लेकिन अब जब खेल हो रहा है, तो लोग खुद जुड़ना चाहते हैं।”
लाइव टेलीकास्ट और पहचान
अब इन लड़कियों के मैच यूट्यूब, दूरदर्शन और प्रसार भारती जैसे चैनलों पर लाइव दिखाए जा रहे हैं। इससे न सिर्फ इन खिलाड़ियों को पहचान मिल रही है, बल्कि गांव-शहरों के परिवारों में सोच भी बदल रही है।
कोच का भरोसा
टीम की कोच शिखा शेट्टी कहती हैं, “जब परिवार अपनी बेटियों को लाइव खेलते देखेंगे, तब उन्हें यकीन होगा कि ये रास्ता अब नामुमकिन नहीं रहा।”
ये सिर्फ एक वर्ल्ड कप नहीं है — ये उस हौसले की कहानी है जो आंखों से नहीं, दिल और जुनून से देखा जाता है। भारत की दृष्टिबाधित महिला क्रिकेट टीम आज एक नई शुरुआत की मिसाल बन चुकी है।
FAQs
दृष्टिबाधित महिला T20 विश्व कप कब शुरू हुआ?
यह टूर्नामेंट 11 नवंबर से दिल्ली में शुरू हुआ।
भारत की कप्तान कौन हैं?
दीपिका टीसी भारत की कप्तान हैं।
भारत ने कितने लीग मैच जीते हैं?
भारत ने अपने सभी 5 लीग मैच जीते हैं।
दृष्टिबाधित क्रिकेट में गेंद कैसी होती है?
गेंद में मेटल बीयरिंग्स होती हैं जो आवाज़ करती हैं।
मैच का प्रसारण कहां होता है?
CABI यूट्यूब चैनल और दूरदर्शन पर लाइव प्रसारण होता है।











