कोलकाता के ईडन गार्डन्स में जब भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट शुरू हुआ, तो किसी ने नहीं सोचा था कि पहले ही दिन इतना कुछ देखने को मिलेगा। भारत की तरफ से Jasprit Bumrah ने जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट झटके और पूरी दक्षिण अफ्रीकी टीम सिर्फ 159 रन पर सिमट गई। लेकिन मैच के बाद असली चर्चा शुरू हुई – पिच को लेकर।
संतोष
दक्षिण अफ्रीका के बैटिंग कोच ऐशवेल प्रिंस ने खुलकर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन उन्होंने जिस अंदाज़ में पिच की आलोचना की, उससे साफ था कि वो संतुष्ट नहीं थे। उनका कहना था कि बल्लेबाज क्रीज़ पर टिक ही नहीं पा रहे थे क्योंकि बॉल हर बार अलग तरीके से बर्ताव कर रही थी। कभी ऊपर उठ रही थी, कभी अचानक नीची रह जा रही थी।
भरोसा
उन्होंने साफ कहा कि जब बल्लेबाज 20-30 रन बनाकर भी भरोसे में नहीं आ पा रहे, तो इसका मतलब पिच पर कुछ ठीक नहीं है। यहां तक कि उन्होंने एक लाइन में ये भी कह दिया कि “अगर कोई बल्लेबाज एक घंटे तक क्रीज़ पर रहने के बाद भी सतह पर भरोसा नहीं कर पाता, तो खेलना मुश्किल हो जाता है।”
दबाव
दूसरी तरफ भारत के गेंदबाजों की तारीफ करते हुए उन्होंने माना कि उन्हें एक भी आसान गेंद नहीं मिली। Bumrah ने तो कमाल ही कर दिया, लेकिन Siraj और स्पिनर्स ने भी मौका मिलते ही दबाव बना दिया। पिच के साथ-साथ भारतीय गेंदबाजी आक्रमण ने मिलकर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों की एक न चलने दी।
गैरमौजूदगी
रबाडा की गैरमौजूदगी का असर भी टीम पर साफ दिखा। प्रिंस ने कहा कि अगर Kagiso Rabada मैदान में होते, तो शायद वो भी बुमराह जैसी ही घातक गेंदबाज़ी कर सकते थे, क्योंकि ये पिच तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मुफीद थी।
संकेत
प्रिंस ने ये भी कहा कि अभी मैच का पहला दिन ही है, इसलिए पिच पर कोई आखिरी टिप्पणी देना जल्दबाज़ी होगी। लेकिन जिस तरह से उछाल में बदलाव देखा गया, उसने उनकी टीम की मुश्किलें जरूर बढ़ा दीं। यही वजह रही कि उनके पांच बल्लेबाज 20 से 30 रन के बीच आउट हो गए, लेकिन कोई भी लंबी पारी नहीं खेल सका।
रणनीति
आगे की रणनीति को लेकर उन्होंने इशारा किया कि दूसरी पारी में टीम थोड़ी आक्रामकता दिखा सकती है, लेकिन बिना खिलाड़ियों के नेचुरल गेम को बदले। यानि हर खिलाड़ी को अपनी ताकत के हिसाब से ही खेलना होगा, लेकिन इस बार हालात को ध्यान में रखते हुए ज़्यादा सोच-समझकर फैसले लेने होंगे।
संघर्ष
दिन का अंत भारत ने 37/1 के स्कोर के साथ किया। KL Rahul ने 59 गेंदों पर सिर्फ 13 रन बनाए, जिससे खुद प्रिंस ने माना कि रन बनाना वाकई आसान नहीं है। अब दक्षिण अफ्रीका की नज़र इस पर है कि वो भारत को जल्द समेटकर मुकाबले में वापसी कर सके। प्रिंस का मानना है कि अगर भारत को दूसरी पारी में 150 रन का टारगेट भी मिला, तो दक्षिण अफ्रीका मैच से बाहर नहीं है।
रोमांच
बुमराह की लाजवाब गेंदबाज़ी, ईडन की असहज पिच और दक्षिण अफ्रीका की रणनीतिक उलझन ने इस मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है। अब देखना ये है कि दूसरी पारी में कौन सी टीम हालात पर बेहतर काबू पाती है। अगर पिच की यही हालत रही, तो ये टेस्ट मैच असली परीक्षा बन सकता है – खासकर बल्लेबाजों के लिए।
FAQs
ईडन गार्डन्स की पिच कैसी थी?
पिच पर बाउंस असंगत थी, जिससे बल्लेबाज असहज थे।
बुमराह ने कितनी विकेट लीं?
जसप्रीत बुमराह ने 5 विकेट लिए, केवल 27 रन देकर।
रबाडा क्यों नहीं खेले?
कगिसो रबाडा पसली की चोट के कारण बाहर थे।
केएल राहुल ने कितने रन बनाए?
केएल राहुल ने 59 गेंदों में 13 रन बनाए।
क्या SA अभी भी मैच में है?
हां, अच्छी गेंदबाजी से वापसी संभव है।











