भारत के अनुभवी बल्लेबाज़ करुण नायर के लिए मौजूदा टेस्ट सीरीज अब तक कुछ खास नहीं रही है। उन्होंने छह पारियों में सिर्फ 131 रन बनाए हैं और उनका औसत 22 से भी कम रहा है। लगातार 20-30 रन की शुरुआत के बाद भी वे एक बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 40 रन रहा।
क्या नंबर तीन पर भरोसे की कमी है?
नंबर तीन पर खेलने वाले बल्लेबाज़ से उम्मीद रहती है कि वह टीम को स्थिरता दे। लेकिन पूर्व भारतीय विकेटकीपर फारुख इंजीनियर मानते हैं कि करुण “सुंदर 30” बना रहे हैं, लेकिन इस लेवल पर टीम को “सादा 100” चाहिए। उनका कहना है कि बल्लेबाज़ भले तकनीकी रूप से कमाल का न हो, लेकिन रन बनाकर टीम के लिए योगदान देना जरूरी है।
विकल्प तैयार खड़े हैं
करुण पर दबाव इस वजह से भी बढ़ा है क्योंकि अब टीम के पास विकल्प हैं। साई सुदर्शन ने पहले टेस्ट में डेब्यू किया था और भले ही पहली पारी में खाता नहीं खोल पाए, दूसरी में 30 रनों की अच्छी पारी खेली थी। इसके बावजूद उन्हें बाहर कर दिया गया।
वहीं पंत की संभावित वापसी, भले ही बतौर बल्लेबाज़ हो, और विकेटकीपर के रूप में ध्रुव जुरेल की मौजूदगी ने प्लेइंग इलेवन को और कॉम्प्लेक्स बना दिया है।
कोच और टीम मैनेजमेंट के संकेत
सहायक कोच रियान टेन डोशेट ने भी साफ किया कि करुण का टेम्पो ठीक है लेकिन टीम टॉप ऑर्डर से और ज्यादा उम्मीद करती है। ऐसे में यह संकेत मिल रहे हैं कि मैनचेस्टर टेस्ट में टॉप तीन में बदलाव हो सकते हैं।
फारुख इंजीनियर की खरी राय
इंजीनियर ने दो टूक कहा कि चयन अनुभव के आधार पर नहीं होना चाहिए। उनका मानना है कि साई सुदर्शन अगर इस समय के लिए बेहतर विकल्प हैं, तो उन्हें मौका मिलना चाहिए। “यह देश के लिए खेलना है, और यहां टैलेंट से ज्यादा प्रदर्शन मायने रखता है,” उन्होंने कहा।
क्या मैनचेस्टर टेस्ट आखिरी मौका है?
मौजूदा स्थिति को देखते हुए लग रहा है कि करुण नायर को अगर मैनचेस्टर में मौका मिलता है, तो यह उनके लिए “करो या मरो” जैसा हो सकता है। अगर वे फिर एक छोटी पारी खेलते हैं, तो प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह पर साई सुदर्शन या पंत जैसे नामों को तरजीह दी जा सकती है।
चुनौती टीम के सामने यह है कि वो बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी के बीच संतुलन कैसे बनाए। अगर लॉर्ड्स का गेंदबाजी संयोजन बरकरार रहता है, तो फिर बल्लेबाजी में बदलाव तय है—और सबसे पहले नंबर तीन पर।
FAQs
करुण नायर ने अब तक कितने रन बनाए हैं?
उन्होंने 6 पारियों में सिर्फ 131 रन बनाए हैं।
साई सुदर्शन को क्यों बाहर किया गया था?
गेंदबाजी मजबूत करने के लिए उन्हें ड्रॉप किया गया था।
पंत मैनचेस्टर टेस्ट में क्या भूमिका निभाएंगे?
वह बल्लेबाज के रूप में खेल सकते हैं, कीपिंग जुरेल करेंगे।
इंजीनियर का नायर पर क्या कहना है?
उन्होंने कहा नायर को 100 रन बनाने चाहिए, न कि सिर्फ सुंदर 30।
क्या मैनचेस्टर टेस्ट नायर के लिए निर्णायक है?
हाँ, खराब प्रदर्शन पर उनकी जगह छिन सकती है।