इंग्लैंड के फैंस के लिए ये खबर किसी सदमे से कम नहीं है। तेज़ गेंदबाज़ मार्क वुड अब एशेज सीरीज़ के बचे हुए तीन टेस्ट नहीं खेल पाएंगे। इंग्लैंड पहले ही 0-2 से पीछे चल रहा है और ऐसे में वुड का बाहर होना टीम के लिए बड़ी चिंता की बात है।
चोट
दरअसल, वुड की पुरानी घुटने की चोट एक बार फिर से उभर आई है। आईसीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अब वो बाकी सीरीज़ का हिस्सा नहीं होंगे और रिहैब के लिए घर लौट गए हैं।
इतिहास
अगर आपको याद हो, तो इसी साल हुए आईसीसी टूर्नामेंट में भी वुड को घुटने में चोट लगी थी, जिसके बाद उन्होंने सर्जरी करवाई थी। उन्होंने वापसी तो की, लेकिन लगता है कि उनकी ये तकलीफ पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाई है।
पुष्टि
एडिलेड टेस्ट से पहले इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि की कि वुड अब आगे के मैच नहीं खेलेंगे और मेडिकल टीम की निगरानी में रहेंगे।
प्रदर्शन
पहले टेस्ट में वुड ने पर्थ की पिच पर 150 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंदबाज़ी की थी। उन्होंने 11 ओवर फेंके थे और भले ही उन्हें कोई विकेट नहीं मिला, लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को खासा परेशान जरूर किया था। फिर भी इंग्लैंड को उस मैच में आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
बदलाव
अब जब वुड बाहर हो गए हैं, तो इंग्लैंड ने उनकी जगह मैथ्यू फिशर को टीम में शामिल किया है। फिशर पहले से ही इंग्लैंड लायंस के साथ ऑस्ट्रेलिया में थे और अब उन्हें सीनियर टीम में मौका मिल गया है।
मौका
फिशर का इंटरनेशनल अनुभव भले ही बहुत कम हो, लेकिन उनकी घरेलू क्रिकेट में निरंतरता और प्रदर्शन ने उन्हें इस स्तर तक पहुंचाया है।
असर
वुड के बाहर होने से इंग्लैंड की गेंदबाज़ी को बड़ा झटका लगा है। ऑस्ट्रेलिया की पिचें तेज़ और उछाल वाली होती हैं, और ऐसे हालात में वुड जैसे तेज़ गेंदबाज़ की जरूरत हमेशा रहती है। उनकी गैरमौजूदगी में इंग्लैंड को नए कॉम्बिनेशन तलाशने होंगे।
संतुलन
दिलचस्प बात ये है कि सिर्फ इंग्लैंड ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया को भी अपने अनुभवी गेंदबाज़ जोश हेज़लवुड को गंवाना पड़ा है। वो भी बाकी सीरीज़ से बाहर हो गए हैं, जिससे दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन में काफी बदलाव होने वाले हैं।
अगला टेस्ट
अब सबकी निगाहें एडिलेड टेस्ट पर हैं, जो 17 दिसंबर से शुरू हो रहा है। देखना होगा कि दोनों टीमें नए खिलाड़ियों के साथ कैसे तालमेल बैठाती हैं और कौन बाज़ी मारता है।
नुकसान
तेज़ गेंदबाज़ों की चोटें क्रिकेट में आम हैं, लेकिन जब वो बड़े टूर्नामेंट के बीच में होती हैं, तो टीम के प्लान और संतुलन दोनों पर असर डालती हैं। मार्क वुड की रफ्तार और अनुभव इंग्लैंड के लिए एक बड़ा हथियार थे, और अब उनके बिना वापसी की राह और भी मुश्किल लग रही है।
FAQs
मार्क वुड क्यों बाहर हुए?
बाएं घुटने की चोट के कारण।
वुड की जगह कौन आया है?
मैथ्यू फिशर को टीम में शामिल किया गया है।
वुड ने कितने ओवर फेंके?
उन्होंने पर्थ टेस्ट में 11 ओवर फेंके।
क्या वुड ने विकेट लिया?
नहीं, उन्होंने कोई विकेट नहीं लिया।
तीसरा टेस्ट कब शुरू होगा?
तीसरा टेस्ट 17 दिसंबर से एडिलेड में होगा।











