टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे के लिए घोषित टेस्ट स्क्वाड में श्रेयस अय्यर को जगह नहीं मिली, और यह फैसला कई लोगों को चौंकाने वाला लगा। लेकिन इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने इस पर एक अलग राय रखी है – उन्होंने कहा कि यह फैसला सही है और इसके पीछे तकनीकी वजहें हैं।
पनेसर का साफ नजरिया
मोंटी पनेसर का मानना है कि अय्यर स्विंग और सीम मूवमेंट वाली परिस्थितियों में टिक नहीं पाते। उन्होंने कहा कि अय्यर के पास टैलेंट ज़रूर है, लेकिन इंग्लैंड में खेलने के लिए सिर्फ टैलेंट नहीं, तकनीकी मजबूती भी चाहिए।
उनके मुताबिक, “श्रेयस की हैंड-आई कोऑर्डिनेशन बहुत अच्छी है, लेकिन उनका फुटवर्क लिमिटेड है। वो गेंद को देर से नहीं खेलते और इंग्लैंड में ये आदत भारी पड़ सकती है।”
तकनीकी खामियों की बात
पनेसर ने विस्तार से बताया कि अय्यर स्पिन और फ्लैट ट्रैक पर तो अच्छा खेलते हैं, लेकिन इंग्लैंड की चुनौती कुछ और होती है। वहां गेंद हवा में भी घूमती है और पिच से भी मूव होती है। ऐसे में अगर बैटर सॉफ्ट हैंड्स से नहीं खेले, तो जल्दी आउट होना तय है।
उन्होंने कहा कि अय्यर के तेज हाथ और जल्दी शॉट खेलने की आदत इंग्लैंड में उल्टा असर डाल सकती है।
गिल को मिली बड़ी जिम्मेदारी
इस दौरे में कप्तानी की जिम्मेदारी शुभमन गिल को सौंपी गई है। अब तक वो टेस्ट में ओपनिंग या नंबर तीन पर खेलते रहे हैं, लेकिन कोहली के जाने के बाद उन्हें नंबर 4 की जगह भी संभालनी पड़ सकती है। गिल के लिए यह सीरीज़ एक अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी – कप्तानी और मिडिल ऑर्डर की जिम्मेदारी दोनों एक साथ।
नई शुरुआत, नया चेहरा
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ 20 जून से शुरू हो रही है। यह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 की पहली सीरीज़ है और भारत इस बार बिल्कुल नई लीडरशिप के साथ मैदान पर उतरेगा। अय्यर को न शामिल करना भले ही विवादित लगे, लेकिन पनेसर जैसे पूर्व खिलाड़ियों का समर्थन इस फैसले को मजबूती दे रहा है।
अब अय्यर को क्या करना होगा?
श्रेयस अय्यर के लिए ये वक्त खुद को और बेहतर बनाने का है – खासकर इंग्लिश कंडीशंस के लिए। तकनीक में सुधार, फुटवर्क पर काम और गेंद को देर से खेलने की आदत डालना अब उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए। अगर उन्होंने ये सब कर लिया, तो अगली बार वापसी तय है – और शायद तब कोई सवाल भी नहीं उठेगा।
FAQs
श्रेयस अय्यर को टीम से क्यों निकाला गया?
स्विंगिंग कंडीशंस में उनकी तकनीक को कमजोर माना गया।
मोंटी पनेसर ने क्या कहा?
उन्होंने अय्यर को इंग्लैंड की परिस्थितियों में कमजोर बताया।
कौन ले सकता है कोहली की जगह?
शुभमन गिल नंबर 4 पर खेल सकते हैं।
भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ कब शुरू हो रही है?
सीरीज़ 20 जून 2025 से शुरू हो रही है।
गिल को कप्तानी क्यों सौंपी गई?
उन्हें भविष्य को ध्यान में रखते हुए टीम का लीडर चुना गया है।