मुंबई इंडियंस ने जसप्रीत बुमराह को छोड़ने का फैसला किया, रोहित शर्मा का करियर बचाने वाला कदम

जब भारत अपनी 4-1 टेस्ट सीरीज जीतकर इंग्लैंड के खिलाफ जश्न मना रहा था, तो रोहित शर्मा के जैसे अद्भुत कप्तान के बारे में किए गए कुछ किस्से और साहसिक कदम लोगों को हैरान करते रहे। रोहित के कप्तानी का माहौल ही कुछ और है। वह कभी-कभी कुछ विवादास्पद शब्दों और बयानों को अनधिकृत तरीके से बाहर निकल देते हैं जो स्टंप माइक के द्वारा कैद किए जाते हैं, लेकिन यह उनके खिलाड़ियों के प्रति कितना समर्थन करते हैं, यह बात उनके कप्तानी की महत्वपूर्ण विशेषता को नहीं दिखाती।

बुमराह के साथ रोहित की मेहरबानी

इस बयान में पार्थिव पटेल ने रोहित शर्मा की उस अनुकरणीय भूमिका पर प्रकाश डाला है जिसमें उन्होंने जसप्रीत बुमराह को बचाया और उनके करियर को नई दिशा दी। जब जसप्रीत बुमराह पहली बार मुंबई इंडियंस के लिए खेले, तो उनका प्रदर्शन उतना शानदार नहीं था। इस कारण मुंबई इंडियंस के पास सीजन के बीच में ही उन्हें छोड़ने का विचार था। यह बुमराह के करियर के लिए एक बड़ा झटका हो सकता था।

लेकिन इस समय रोहित शर्मा ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बुमराह के साथ खड़े होकर उनका समर्थन किया और मुंबई इंडियंस से अनुरोध किया कि वे बुमराह को और मौका दें।रोहित का यह संदेश और समर्थन बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हुआ। इसके बाद बुमराह ने कड़ी मेहनत की और शानदार वापसी की। उनके करियर में यही मोड़ आया और वे भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक बन गए।

इस प्रकार, रोहित शर्मा की दूरदर्शिता और विश्वास ने जसप्रीत बुमराह के करियर को बचाया। उनके समर्थन से बुमराह को अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिला। यदि रोहित उस समय उनके पक्ष में नहीं खड़े होते, तो शायद बुमराह का करियर उतना सफल न हो पाता। यह घटना रोहित की उस कप्तानी शैली को दर्शाती है जिसमें वे अपने खिलाड़ियों पर विश्वास करते हैं, उनकी क्षमता को पहचानते हैं और उन्हें सफल होने का मौका देते हैं। इसी कारण रोहित एक सफल और लोकप्रिय कप्तान माने जाते हैं।

हार्दिक पंड्या

बुमराह के साथ ही रोहित ने हार्दिक पंड्या के साथ भी खड़े होकर उनका समर्थन किया। इससे पता चलता है कि रोहित केवल बुमराह ही नहीं बल्कि अन्य प्रतिभाशाली खिलाड़ियों जैसे हार्दिक को भी पूरा सम्मान देते हैं। हार्दिक को भी बुमराह जैसा ही समर्थन मिला, जो दर्शाता है कि रोहित अपने सभी खिलाड़ियों के प्रति समान रुख रखते हैं।

यह रोहित शर्मा की कप्तानी की एक विशेषता है कि वे अपने खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं और उनके साथ खड़े रहते हैं। यह बताता है कि उनमें अपने खिलाड़ियों की भावनाओं को समझने और उनका आत्मविश्वास बढ़ाने की क्षमता है।

साथ ही, यह भी इंगित करता है कि रोहित का ध्यान विशेष और भावी खिलाड़ियों को पहचानने पर केंद्रित रहता है। वे बुमराह और हार्दिक जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की क्षमता को पहचानते हैं और उनका समर्थन करके उन्हें आगे बढ़ने में मदद करते हैं।

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