45 दिनों मे पूरे तरीके से बदल चुका अरुण जेटली स्टेडियम। पूरे स्टेडियम में नई कुर्सियां लगवाई गई, इसके अलावा स्टेडियम का हर एक बाथरूम टॉप क्लास बना दिया गया। वहीं महिलाओं के लिए स्टेडियम मे काफी सारी सुविधा का इंतजाम करवाया गया। देखा जाए तो वर्ल्ड कप के लिए दिल्ली में एक नया स्टेडियम तैयार हो चुका।
45 दिनों में स्टेडियम की शकल बदल गई
स्टेडियम को देखने के बाद हर किसी का यही कहना है की ऐसा स्टेडियम पहले कहां था। आज तक नहीं देखने को मिला इस प्रकार का स्टेडियम। लेकिन आपको बताना चाहते हैं कि यह वही स्टेडियम है जहां पर कई सालों से मैच होते आ रहे हैं।
स्टेडियम को वर्ल्ड कप के लिए एक खास तरीके से तैयार किया गया। बताना चाहते हैं कि 2 महीने के अंदर अंदर पूरे स्टेडियम की शक्ल बदल कर रख दी गई। स्टेडियम की एंट्री पर डिजिटल एंट्री का इस्तेमाल किया गया। बाथरूम की बात करें तो काफी ज्यादा फ्रेंडली बाथरूम बनाया गया।
देखने में साफ सुथरा लग रहा
स्टेडियम का बाथरूम देखने मे काफी ज्यादा साफ सुथरा लग रहा। जो काम यहां पर 15 सालों में होने चाहिए थे उन्हें काफी देर में यहां पर पूरा किया गया। वर्ल्ड कप 2023 से बड़ी और कोई वजह नहीं थी कि स्टेडियम को फिर से अच्छा बना दिया जाए। स्टेडियम को दो हिस्सों में बांटा गया और पूरे स्टेडियम में 45 दिनों में 45000 नई कुर्सियां दर्शकों के लिए लगवाई गई।
पूरे स्टेडियम में आज की तारीख में एक भी कुर्सी ऐसी नहीं जो की पुरानी हो। बताना चाहते हैं कि 45 दिनों में एक कमरा नहीं बन पाता लेकिन यहां पर 45 दिनों में पूरा स्टेडियम बनकर तैयार हो गया। स्टेडियम के सारे मरम्मत का काम देखरेख में किया गया। ताकि मैच देखने आए दर्शकों वर्ल्ड क्लास एक्सपीरियंस देखने को मिले।