इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन आउट होने वाले खिलाड़ी, रिकी पोंटिंग से लेकर मर्वन अटापट्टूतक शामिल और इनके जितना रन आउट कोई नहीं हुआ

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको उन क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन आउट होने का अनुभव किया। जी हां दोस्तों आपको बताना चाहते कि कोई भी खिलाड़ी क्रिकेट के मैदान में अपनी गलती से आउट नहीं होता। हमेशा सामने वाले खिलाड़ी का टाइमिंग जब सही नहीं होता ऐसे में दूसरा खिलाड़ी आउट हो जाता।

इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन आउट होने वाले खिलाड़ी  

राहुल द्रविड़, भारतीय क्रिकेट के यह लज़वाब खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन आउट होने वाले खिलाड़ी हैं। बताना चाहते कि राहुल द्रविड़ इंटरनेशनल क्रिकेट में कम से कम 53 बार रन आउट हुए। इसके अलावा 6 बार शतक बनाने के बाद रन आउट हुए। महेला जयवर्धने, श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने भी इस सूची में शामिल हैं। महेला जयवर्धने 51 बार इंटरनेशनल क्रिकेट में रन आउट हुए। इसके अलावा 7 बार जीरो पर आउट हो गए। 

मर्वन अटापट्टू, श्रीलंका के एक और पूर्व कप्तान मर्वन अटापट्टू भी इंटरनेशनल क्रिकेट में 48 बार रन आउट हो गए। बताना चाहते हैं कि 17 साल के अपने करियर में खिलाड़ी ने 360 मैच खेले है। रिकी पोंटिंग, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के यह लज़वाब खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में कम से कम 47 बार रन आउट हो गए। अपने करियर में इन्होंने 5 शतक और 16 अर्धशतक लगाए है। 

ये थे कुछ खिलाड़ी जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन आउट होने का रिकॉर्ड बनाया। यह रिकॉर्ड उन खिलाड़ियों के लिए थोड़ा खराब रिकॉर्ड साबित हो सकता, जो उन्होंने जीवन में थोड़ा बहुत परेशान कर सकता। इनकी योगदान की अनमोलता भारतीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में हमेशा सुनी जाएगी।

आपको बताना चाहते कि क्रिकेट के मैदान में ऐसा नजारा बहुत बार हमें देखने को मिलता है इंटरनेशनल क्रिकेट में बहुत सारे खिलाड़ी रन आउट हो जाते हैं। लेकिन जो खिलाड़ी कई बार और सबसे ज्यादा इंटरनेशनल क्रिकेट में रन आउट हुए हैं उनके बारे में आज आपको बताया गया है। यदि आपको क्रिकेट से जुड़ी हमारी जानकारी अच्छी लगी तो इसको आप ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। इसके अलावा क्रिकेट से जुड़ी अन्य जानकारी आप हमारी वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं।

रोहित चेलानी सोनीपत से हैं, रोहित चेलानी मीडिया क्षेत्र मे 3 साल से हैं, इनको हिन्दी पत्रकारिता करने मे काफी रुचि हैं।

यह भी पढ़ें

Leave a Comment