रोहित शर्मा के बचपन के कोच दिनेश लाड का मानना है कि पृथ्वी शॉ का पतन भारतीय क्रिकेट के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। बचपन से ही गजब के टैलेंट वाले शॉ को कभी भारतीय क्रिकेट का अगला बड़ा सितारा माना गया था। अंतरराष्ट्रीय डेब्यू पर शतक लगाकर उन्होंने सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और ब्रायन लारा जैसे दिग्गजों से तुलना पाई थी। शुरुआती आईपीएल सीज़न में उनकी विस्फोटक बल्लेबाज़ी सुर्खियों में रही, लेकिन हाल के वर्षों में उनका प्रदर्शन लगातार गिरा और हाल के मेगा ऑक्शन में वे अनसोल्ड रह गए।
गलत राह
दिनेश लाड के अनुसार, उन्होंने शॉ को 10 साल की उम्र से देखा है और उनका टैलेंट हमेशा अलग नजर आता था। लेकिन गलत रास्ता चुनने से उनका क्रिकेट प्रभावित हुआ। लाड ने कहा, “पृथ्वी बहुत टैलेंटेड खिलाड़ी थे, लेकिन उन्होंने जिस राह पर कदम रखा, उसने उनके करियर को नुकसान पहुंचाया। यह उनकी व्यक्तिगत यात्रा थी, और मुझे नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ।”
साथियों की तरक्की
शॉ अब टीम इंडिया में वापसी की कतार में काफी पीछे हैं, जबकि उनके अंडर-19 वर्ल्ड कप के साथी शुभमन गिल आज टेस्ट टीम की कप्तानी कर रहे हैं। अर्शदीप सिंह सभी फॉर्मेट्स में जगह बना चुके हैं और रियान पराग भी व्हाइट-बॉल सेटअप में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
नए सितारे
लाड का मानना है कि वैभव सूर्यवंशी और आयुष म्हात्रे जैसे नए बल्लेबाज़ शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित है, फिर भी शॉ जैसी बल्लेबाज़ी करने वाला खिलाड़ी आज भी टीम में होना चाहिए। उन्होंने कहा, “आज हमारे पास कई बेहतरीन बल्लेबाज़ हैं, लेकिन मुझे लगता है कि शॉ जैसा बल्लेबाज़ टीम में होना चाहिए, जिस तरह वह खेलता था।”
पृथ्वी शॉ की कहानी भारतीय क्रिकेट के लिए एक सबक है कि टैलेंट के साथ सही दिशा और अनुशासन भी उतना ही जरूरी है।
FAQs
पृथ्वी शॉ ने डेब्यू पर क्या किया था?
शतक लगाया था।
दिनेश लाड कौन हैं?
रोहित शर्मा के बचपन के कोच।
शॉ के अंडर-19 साथी में से कौन कप्तान बना?
शुभमन गिल।
नए उभरते बल्लेबाज़ कौन हैं?
वैभव सूर्यवंशी और आयुष म्हात्रे।
शॉ ऑक्शन में बिके थे क्या?
नहीं, वे अनसोल्ड रहे।











