भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी क्रिकेट मैच होता है, तो वो सिर्फ एक खेल नहीं होता — वो एक जज़्बात होता है। हर गेंद, हर रन और हर रिएक्शन पर लोगों की नजर होती है। ऐसे में अगर कोई खिलाड़ी मैदान से बाहर आकर कुछ कहे, तो वो सुर्खियों में आना तय है।
बयान
एशिया कप फाइनल से पहले पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा ने कुछ ऐसा ही किया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में एकदम खुलकर बातें कीं — वो भी उन मुद्दों पर जो पिछले कुछ हफ्तों से चर्चा में हैं।
हाथ मिलाना
तीन हफ्ते पहले भारत-पाकिस्तान मैच के बाद जब खिलाड़ियों ने हाथ नहीं मिलाया था, तो काफी हल्ला मचा था। इस पर सलमान ने बिल्कुल साफ कहा कि उन्होंने अपने पूरे करियर में ऐसा कभी नहीं देखा। 2007 से प्रोफेशनल क्रिकेट खेल रहे सलमान ने बताया कि वो अंडर-16 से खेल रहे हैं, लेकिन आज तक कोई मैच ऐसा नहीं देखा जिसमें टीमों ने हाथ न मिलाया हो।
पारिवारिक नजरिया
उन्होंने ये भी कहा कि उनके पापा जो खुद बड़े क्रिकेट फैन हैं, उन्होंने भी ऐसा कुछ नहीं देखा। उनका मानना है कि मैच के बाद हाथ मिलाना खेल भावना का हिस्सा होता है — और इसे छोड़ना सही नहीं है।
तंज?
अब सवाल ये उठता है कि क्या ये बयान भारत पर तंज था या वाकई एक खेल भावना से जुड़ा सामान्य सा कमेंट? सलमान के लहजे से तो वो शांत और संतुलित ही नजर आए।
एग्रेसन
बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं हुई। जब हारिस रऊफ और शाहीन अफरीदी जैसे गेंदबाज़ों के एग्रेसिव इशारों की बात आई, तो सलमान ने इसे भी सहजता से लिया। उन्होंने कहा कि तेज गेंदबाज़ों का एग्रेसिव होना जरूरी है — जब तक वो सामने वाली टीम का अपमान न करें, उन्हें फ्री हैंड दिया जाता है।
फोटोशूट
एक और मुद्दा था कप्तान फोटोशूट का, जिसे लेकर कहा जा रहा था कि भारतीय टीम शामिल नहीं हुई। सलमान ने इस पर भी साफ कहा कि अगर किसी चीज़ का प्रोटोकोल है तो वो होगी। लेकिन अगर दूसरी टीम नहीं आती, तो वो क्या कर सकते हैं?
दबाव
फाइनल के दबाव की बात आई तो सलमान ने बड़े संतुलित तरीके से जवाब दिया कि फाइनल में दोनों टीमों पर बराबर दबाव होता है। उन्होंने माना कि पिछली दो बार भारत से हार की वजह पाकिस्तान की अपनी गलतियां थीं, और इस बार उनका फोकस इन्हें कम करने पर है।
फॉर्म
जहां एक ओर कप्तानी में ठहराव दिखा, वहीं खुद उनकी फॉर्म पर सवाल उठे। छह पारियों में सिर्फ 64 रन और स्ट्राइक रेट भी नीचे। इस पर सलमान ने बिना कोई बहाना बनाए कहा कि उन्हें पता है उनकी परफॉर्मेंस उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। लेकिन हर मैच की डिमांड अलग होती है और खिलाड़ी को उसी हिसाब से खेलना पड़ता है।
मीडिया
मीडिया के दबाव से कैसे निपटते हैं, इस पर भी उन्होंने कहा कि टीम बाहर की बातों पर ध्यान नहीं देती। पूरा फोकस एशिया कप जीतने पर है।
जिम्मेदारी
टीम के बाकी खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि सबको अपनी जिम्मेदारी पता है और मेहनत जारी है। बांग्लादेश के खिलाफ मुश्किल स्थिति से उबरकर मैच जीतना इस टीम की फाइटिंग स्पिरिट को दिखाता है।
सपोर्ट
साइम अयूब की खराब फॉर्म पर भी सलमान ने खुलकर सपोर्ट किया। उन्होंने कहा कि भले ही वो रन नहीं बना पा रहा, लेकिन फील्डिंग और बॉलिंग से टीम को फायदा हो रहा है। और उन्हें भरोसा है कि साइम आने वाले सालों में पाकिस्तान के लिए बड़ा खिलाड़ी बनेगा।
रणनीति
रणनीति पर जब सवाल आया, तो सलमान ने मुस्कुराते हुए कहा, “Strategy तो यहां नहीं बताई जाएगी ना!” और माहौल को हल्का कर दिया।
कुल मिलाकर, सलमान अली आगा का ये इंटरव्यू एक सधे हुए कप्तान की छवि दिखाता है। न तो किसी सवाल से बचे, न कोई विवादास्पद बयान दिया। जहां लोग बयानबाज़ी और हाइप में फंसे रहे, वहां सलमान ने ठंडे दिमाग से अपनी बात रखी — शायद यही उनकी सबसे बड़ी ताकत है।
FAQs
क्या खिलाड़ियों ने हाथ नहीं मिलाया?
सलमान के मुताबिक, उन्होंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा।
क्या साइम अयूब टीम से बाहर होंगे?
सलमान ने उनका समर्थन किया और कहा वे भविष्य हैं।
क्या भारत पर दबाव ज्यादा है?
सलमान के अनुसार दोनों टीमों पर बराबर दबाव है।
क्या कप्तानों की फोटोशूट होगी?
मीडिया मैनेजर ने कन्फर्म किया कि होगी।
क्या आक्रामक इशारे गलत थे?
सलमान बोले, जब तक सम्मान बना रहे, कोई दिक्कत नहीं।











