चौथे टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में शुभमन गिल ने इंग्लैंड पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि लॉर्ड्स टेस्ट में जो हुआ, वो क्रिकेट की भावना के खिलाफ था। उनका आरोप है कि इंग्लिश ओपनर जानबूझकर पूरे 90 सेकंड देर से क्रीज़ पर आए।
10 नहीं, पूरे 90 सेकंड
गिल ने साफ शब्दों में कहा कि जब तीसरे दिन का आखिरी ओवर शुरू होने वाला था, तब क्रॉली और डकेट क्रीज़ पर 10 या 20 नहीं, पूरे 90 सेकंड लेट आए। ये जानबूझकर किया गया टाइम वेस्टिंग था ताकि सिर्फ एक ही ओवर खेला जाए।
क्रिकेट की भावना पर सवाल
गिल ने कहा कि सभी टीमें कभी-कभी ओवर कम करने की कोशिश करती हैं, लेकिन उसका एक तरीका होता है। चोट लगने पर फिजियो को बुलाना जायज है, लेकिन टाइम वेस्टिंग के लिए ऐसे देरी करना सही नहीं कहा जा सकता।
बुमराह और डकेट की बहस
इस घटना के दौरान जसप्रीत बुमराह और जाक क्रॉली के बीच मैदान पर बहस भी हुई थी। बुमराह ने तालियां बजाकर क्रॉली की हरकतों पर ताना मारा, जबकि डकेट से भी तीखी बहस देखी गई।
इरादा नहीं था, लेकिन…
गिल ने माना कि भारतीय टीम का इरादा आक्रामकता दिखाने का नहीं था, लेकिन जब सामने कुछ अनुचित होता है तो खिलाड़ी इमोशनल हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए, लेकिन उस समय की स्थिति में कंट्रोल करना मुश्किल था।
गिल का नया अंदाज़
कप्तान बनने के बाद शुभमन गिल का एक नया रूप सामने आया है—बेहद आक्रामक और फ्रंटफुट पर खेलने वाला। उन्होंने क्रॉली को ‘दम है तो टिक कर दिखाओ’ जैसी चुनौती भी दी, जो दर्शाता है कि वो अब सिर्फ टैक्टिकल लीडर नहीं बल्कि इमोशनल लीडर भी हैं।
स्टोक्स की भी प्रतिक्रिया
गिल के बयान से कुछ मिनट पहले ही इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा था कि अगर भारतीय टीम मैदान पर आक्रामक होती है, तो उनकी टीम भी पीछे नहीं हटेगी। अब ये तय है कि मैनचेस्टर टेस्ट सिर्फ स्कोर की लड़ाई नहीं, माइंडगेम्स की जंग भी है।
FAQs
गिल ने किस बात पर आपत्ति जताई?
इंग्लैंड के बल्लेबाजों के 90 सेकंड लेट आने पर।
90 सेकंड देरी कब हुई थी?
तीसरे दिन की अंतिम ओवर से पहले इंग्लिश बल्लेबाज देरी से आए।
गिल का रवैया क्यों बदला नजर आया?
कप्तान बनने के बाद मैदान पर आक्रामक दिखे।
बेन स्टोक्स ने क्या कहा?
अगर भारत आक्रामक होगा, तो इंग्लैंड भी पीछे नहीं हटेगा।
बुमराह ने क्या किया था?
क्रॉली की देरी पर व्यंग्य करते हुए ताली बजाई थी।











