आईपीएल 2024 के शुरुआती मैचों में दिल्ली कैपिटल्स ने खराब प्रदर्शन किया है। इस पर क्रिकेट विश्लेषक टॉम मूडी और वसीम जाफर ने कड़ी आलोचना की है। उन्होंने टीम द्वारा युवा अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को बाहर रखने के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त किया है।
मूडी और जाफर का मानना है कि शॉ जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी को टीम से बाहर रखना गलत फैसला था। उनका कहना है कि शॉ की उपस्थिति से टीम को बहुत मदद मिल सकती थी। दोनों विश्लेषकों ने दिल्ली कैपिटल्स की बल्लेबाजी लाइन-अप पर भी सवाल उठाए हैं। उनका मानना है कि टीम ने गलत बल्लेबाजी क्रम चुना है, जिससे उसकी शुरुआत प्रभावित हुई है।
मूडी और जाफर की राय में अगर दिल्ली कैपिटल्स ने समय रहते सही फैसले लिए होते तो शायद उनकी शुरुआत बेहतर हो सकती थी। उन्होंने आगे के मैचों में टीम प्रबंधन से सुधार की उम्मीद जताई है।
बेहतरीन खिलाड़ी को बेंच पर बैठाना
दिल्ली कैपिटल्स ने पहले दो आईपीएल मैचों में रिकी भुई और अभिषेक पोरेल को मौका दिया है। लेकिन दोनों बल्लेबाजों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया है। इससे टीम को दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है।
टॉम मूडी का विरोधी रवैया
टॉम मूडी ने दिल्ली कैपिटल्स के इस फैसले पर कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा, “इसका कोई मतलब नहीं है क्योंकि एक भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी डगआउट में बैठा है। आप डगआउट से स्कोर नहीं बना सकते हैं।”
वसीम जाफर की अपील
वसीम जाफर भी दिल्ली कैपिटल्स के इस निर्णय से हैरान हैं। उन्होंने कहा, “अब जब उन्होंने उसे अपने पास रखा और नीलामी में नहीं गया है, तो मुझे आश्चर्य है कि वे उसे क्यों नहीं खिला रहे हैं? उसे सजा देना और फिर गेम हारना आगे बढ़ने का तरीका नहीं है।”
पृथ्वी शॉ भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारों में से एक हैं और उन्हें आईपीएल जैसे बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलना चाहिए। शॉ ने अभी तक जो भी मौके मिले हैं, उन्होंने अपने शानदार बल्लेबाजी कौशल का प्रदर्शन किया है।
दिल्ली कैपिटल्स को अपने इस निर्णय पर फिर से विचार करना चाहिए और शॉ को टीम में शामिल करना चाहिए। एक युवा और रोमांचकारी बल्लेबाज होने के नाते शॉ की मौजूदगी से न सिर्फ टीम को लाभ होगा, बल्लिक टूर्नामेंट को भी रोमांच और रंगत मिलेगी।
शॉ के पास लंबे समय तक क्रिकेट खेलने की क्षमता है और आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करके वह भविष्य में भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन सकते हैं। इसलिए दिल्ली कैपिटल्स को युवा प्रतिभाओं पर भरोसा करना चाहिए और शॉ को टीम में जगह देनी चाहिए।
यह फैसला न केवल दिल्ली के लिए फायदेमंद होगा बल्कि पूरे टूर्नामेंट को भी लाभ पहुंचाएगा। दर्शकों को भी एक युवा स्टार को खेलते देखने का मौका मिलेगा।