पूर्व भारतीय क्रिकेटर योगराज सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ों को ऑलराउंडर में तब्दील करने की बात कही है — और खासतौर पर जसप्रीत बुमराह का नाम लेते हुए कहा है, “उन्हें टेलेंडर कहना बंद करो।”
ऑलराउंडर सोच
InsideSport से बात करते हुए योगराज ने कहा, “अगर बुमराह और बाकी गेंदबाज़ों को हर दिन 1-2 घंटे नेट्स में बैटिंग कराई जाए, तो ये लोग कमाल के ऑलराउंडर बन सकते हैं। उन्हें सिर्फ बॉलिंग तक सीमित रखना गलत है।”
कपिल की मिसाल
उन्होंने कपिल देव का उदाहरण देते हुए कहा, “कपिल को भी बैटिंग करने नहीं दी जाती थी। लेकिन वो नंबर 11 पर आकर 70-80 रन बना देता था। अगर उसे बैटिंग का पूरा मौका मिलता, तो वो और भी बड़ा ऑलराउंडर बन सकता था।”
अर्शदीप पर दावे
योगराज ने दावा किया कि अगर अर्शदीप सिंह को इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज़ में खिलाया गया होता, तो भारत 5-0 से जीत सकता था। “लॉर्ड्स में हम सिर्फ 21 रन से हारे। अगर टेलेंडर्स को बैटिंग दी गई होती, तो वो मैच हमारा हो सकता था।”
टीम की जरूरत
योगराज का कहना है कि भारत को एक बार फिर युवराज, रैना और सहवाग जैसे ऑलराउंडर चाहिए। और ये सिर्फ बैटिंग ऑलराउंडर नहीं — बॉलर्स को भी अब बैटिंग सिखाने की जरूरत है।
किसे बनाएं?
बुमराह, सिराज, अर्शदीप और उमरान जैसे गेंदबाज़ अगर बैटिंग सीख लें, तो भारत को हर फॉर्मेट में एक नया बैलेंस मिलेगा। ये खिलाड़ी सिर्फ विकेट नहीं, रन भी दिला सकते हैं।
बात में दम
टेस्ट और ODI जैसे फॉर्मेट में लोअर ऑर्डर बैटिंग कई बार निर्णायक बन जाती है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया इस चीज़ को बखूबी इस्तेमाल करते हैं। अगर भारत भी इस दिशा में सोचे, तो मैच जीतने के नए रास्ते खुल सकते हैं।
FAQs
योगराज सिंह ने किस गेंदबाज़ का ज़िक्र किया?
उन्होंने खास तौर पर जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह का नाम लिया।
योगराज का सुझाव क्या था?
गेंदबाज़ों को ऑलराउंडर बनाने के लिए रोज़ बैटिंग की प्रैक्टिस करवाई जाए।
इंग्लैंड सीरीज़ को लेकर उन्होंने क्या दावा किया?
अगर अर्शदीप होते तो भारत 5-0 से सीरीज़ जीत सकता था।
क्या योगराज ने कपिल देव का भी जिक्र किया?
हाँ, उन्होंने कहा कपिल को भी नेट्स में बैटिंग का मौका नहीं मिलता था।
किस तरह के खिलाड़ी योगराज चाहते हैं?
वे युवराज-सहवाग जैसे बल्लेबाज़ी-बॉलिंग दोनों में माहिर खिलाड़ी चाहते हैं।











